सोमवार को रेवाड़ी के एक छात्र स्कूल में यूनिफार्म नही पहन कर गया, जिसके कारण उसको ड्यूटी पर मौजूद एक शिक्षिका ने छात्र को बेरहमी से डंडे से पीटकर घायल कर दिया.देर रात तक वह दर्द से कराहता रहा और उसकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उसे डॉक्टर के पास लेकर जाया गया, उपचार के बाद उसकी हालत में सुधार हुआ.
इस बात से गुस्साए परिजन मंगलवार को स्कूल पहुंचे और शिक्षिका की शिकायत प्रबंधन से की.उनका आरोप है कि प्रबंधन की ओर से इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. जिसके बाद में इस मामले की जानकारी उन्होंने जिला महिला व बाल संरक्षण अधिकारी को दी गई. इस पर उन्होंने स्कूल प्रबंधन और आरोपी शिक्षिका को तलब किया और लिखित में माफीनामा भी लिया है.
संबंधित शिक्षिका को यह भी बताया गया कि किसी भी सूरत में किसी बच्चे की पिटाई नहीं की जा सकती. इसके बाद संबंधित शिक्षिका ने इस घटना के लिए लिखित तौर पर माफी मांगी, जो उस निजी स्कूल के प्रिंसिपल की मौजूदगी में अधिकारी को दी गई. उधर छात्र के अभिभावक ने मामले में आपसी समझौता करने की बात सामने आने के बाद एक दिन की मोहलत मांगी है.
शिक्षिका व्यवहार सुधारे और दोबारा ऐसी गलती न करे
मामले में स्कूल प्रबंधन को कार्यालय में तलब किया गया था. ऐसे मामले को देखने वाली कमेटी के सामने दोनों पक्षों ने अपने पक्ष रखे. छात्र की पिटाई करने की शिकायत सही पाई गई. संबंधित शिक्षिका को एक दिन के लिए स्कूल में सेवा देने पर रोक लगा दी गई है. इस दिन कमेटी की ओर से शिक्षिका को किशोरों से संबंधी कानूनी प्रावधान और नियम, उप नियमों के अलावा पॉक्सो एक्ट के प्रावधानों की जानकारी दी गई. साथ ही भविष्य में शिक्षिका को व्यवहार सुधारने और दोबारा गलती नहीं करने के बारे में भी कहा गया है. लिखित में माफीनामा के साथ ही प्रिंसिपल ने स्कूल में सर्कुलर निकालकर उसे चस्पा कराने तथा अन्य शिक्षकों को इस संबंध में जानकारी देने का आश्वासन दिया है। –दीपिका, जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी।
मामला गंभीर, कार्रवाई के दिए निर्देश
यह गंभीर मामला है। ऐसा किसी सूरत में भी नहीं होना चाहिए। मीडिया के माध्यम से यह मामला मेरी जानकारी में आया है। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। – नसीब सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी।