रेवाड़ी के तालाबों का जीर्णोद्वार करने के लिए जिला उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने एक बार फिर आधिकारियों को निर्देश दिए है. उन्होंने कहा है कि जिन तालाबो के आस पास लोगों ने अवैध कब्जे किये हुए है वो तुरंत प्रभाव से हटवाएं जाएँ. और अगर कोई व्यक्ति खुद से अतिक्रमण नहीं हटाता है तो उसके खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई कर हर्जाना भी वसूल किया जाएँ.
यशेन्द्र सिंह ने बुधवार को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल की वीडियो कांफ्रैस उपरांत अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि तालाबों के संरक्षण के लिए सरकार द्वारा हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण का गठन किया हुआ है जो तालाबों के संरक्षण के साथ-साथ इन्हें विकसित करने में सहयोग करेगी।
उन्होंने कहा कि तालाबों का जिला के सौंदर्यकरण में विशेष स्थान है। इसके अलावा इनका ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व भी है। तालाबों का जीर्णोद्धार होने से शहर के सौंदर्यकरण को चार चांद लगेंगे। तालाबों का संरक्षित करने से शहर व आसपास के क्षेत्र में गिरते हुए भूजल स्तर में भी सुधार होगा।
डीसी ने कहा कि सरकार पुराने तालाबों के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार के लिए कृतसंकल्प है। तालाबों का रख-रखाव होने से लोगों को इतिहास की जानकारी भी मिलती रहेगी। साथ ही शहर के सौंदर्यकरण को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने वर्तमान में रेवाड़ी जिला में कुल 1063 तालाब हैं जिनमें 1050 गांवों में तथा 13 शहर में हैं, जिनमें रेवाड़ी के 7, बावल के 5 व धारूहेड़ा में 1 तालाब शामिल है।
उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे तालाबों के संरक्षण में सरकार व जिला प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि तालाबों के माध्यम से किसान अपनी आर्थिक स्थिति भी सुधार सकते हैं। इस बैठक में एडीसी आशिमा सांगवान, डीडीपीओ एचपी बंसल, ईओ नप अभय सिंह, सिंचाई विभाग की ओर से एससी व एक्सईएन सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।