गुरुग्राम जिला के 3 गांवों दमदमा, खेड़ला और अभयपुर में लगभग 420 एकड़ में जैव विविधता पार्क का निर्माण होगा और लगभग 80 एकड़ में दमदमा झील का पुनः निर्माण किया जाएगा। इस वृह्द परियोजना की शुरुआत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने की। यह परियोजना गुरूजल, हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट तथा ई वाई फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की जाएगी।
इसके लिए मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय राज्य मंत्री की उपस्थिति में उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव, जो गुरूजल के चेयरमैन हैं और हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट के संयुक्त सचिव भी हैं, ने ई वाई फाउंडेशन के साथ एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए। ई वाई फाउंडेशन की तरफ से संस्था के अध्यक्ष बाला चंद्र राजा रमन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद उपायुक्त यादव तथा राजा रमन ने दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया।
गांव दमदमा व आस पास के क्षेत्र को बनाया जाएगा आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस क्षेत्र को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए पर्यत्नशील है। इस साल में वे दूसरी बार गांव दमदमा आए हैं। पहले दमदमा में एडवेन्चर स्पोर्ट्स का उद्घाटन करने आए थे। अब पर्यावरण और जल संरक्षण के अलावा जैव विविधता की परियोजना का शुभारंभ करने आए हैं। उन्होंने कहा कि जैव विविधता के नाते हमारे साथ रहने वाले जीव जंतुओं की चिंता करनी जरूरी है, क्योंकि यह पृथ्वी और प्रकृति केवल मनुष्य के लिए ही नहीं अपितु सभी जीव जंतुओं के लिए है।
ई वाई फाउंडेशन खर्च करेगी 70 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री ने ई वाई फाउंडेशन की सराहना करते हुए कहा कि यह कंपनी इस प्रोजेक्ट पर स्वेच्छा से 70 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। उन्होंने बताया कि कंपनियों को अपना सीएसआर फंड सही ढंग से सामाजिक कार्यों में खर्च करने को प्रेरित करने के लिए हमने हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट बनाया है। पिछले एक वर्ष में कंपनियों ने इस ट्रस्ट के माध्यम से प्रदेश में 542 करोड़ रुपये सीएसआर के खर्च किए हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कंपनियों का आह्वान करेंगे कि प्रदेश में कम से कम एक हजार करोड़ रुपये सीएसआर के माध्यम से सामाजिक कार्यों में लगें। इस पैसे को पर्यावरण, जल संरक्षण, स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर खर्च किया जाएगा। जल संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री ने गुरूजल टीम के कार्यों की भी सराहना की।
10 हजार एकड़ में विकसित होगी जंगल सफारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि जैव विविधता पार्क और झील के विकास के अलावा, गुरुग्राम तथा नूंह जिलों में अरावली की पहाड़ियों में लगभग 10 हजार एकड़ में जंगल सफारी बनाने का कार्य भी प्रस्तावित है। इससे भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
4 चरणों में विकसित होगा जैव विविधिता पार्क
यह परियोजना चार चरणों में विकसित होगी। पहले चरण में क्षेत्र के पेड़-पौधों व मिट्टी आदि का अध्ययन करने के साथ नर्सरी का निर्माण व झील की सफाई की जाएगी। दूसरे चरण में वॉटर शैड मैनेजमेंट व पौधारोपण की शुरूआत होगी, तीसरे चरण में झील का विकास और चौथे चरण में पौधारोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दमदमा झील का जीर्णोद्धार चार साल में और जैव विविधिता पार्क विकसित करने का कार्य 10 साल में पूरा होगा।