डीसी अशोक कुमार गर्ग ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गरीब व वंचित परिवारों की युवतियों को तीन क्षेत्रों नामत: केयर गिविंग अर्थात देखभाल करने, प्री स्कूल शिक्षक तथा प्ले स्कूल खोलने के क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण अल्प अवधि के लिए एक और दो महीने का होगा।
इसके लिए हिपा गुरुग्राम में फुटप्रिंट चाइल्ड केयर प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं। गुरुग्राम के सेक्टर 18 स्थित हिपा गुरुग्राम मुख्य रूप से सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की क्षमता संवर्धन के लिए समय समय पर उन्हें रिफ्रेशर कोर्स करवाता है और प्रशिक्षण देता है।
उन्होंने बताया कि वंचित परिवारों की युवतियों को स्वावलंबी या आत्मनिर्भर बनाने की इस नई पहल में हिपा प्रशिक्षण कार्यक्रम का दस्तावेजीकरण करेगा तथा उसकी गुणवत्ता पर निगरानी रखेगा। हिपा द्वारा प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रों में लागू करने की दृष्टि से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का अध्ययन भी किया जाएगा क्योंकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्ले स्कूलों में परिवर्तित किया जा रहा है और केन्द्रों की क्षमताओं को भी बढ़ाया जा रहा है। इस पायलट प्रोजेक्ट का अध्ययन इस तरह के कौशल विकास कार्यक्रमों को बड़े पैमाने पर चलाने के लिए भी एक प्रभावी रणनीति बनाने में भी मददगार सिद्ध होगा।