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कोविड-19 के साथ मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव व रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क : उपायुक्त

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कोविड-19 के साथ मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव व रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क : उपायुक्त

कोविड-19 जैसी जानलेवा बीमारी के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू व चिकिनगुनिया से बचाव व रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और पैनी नजर बनाए हुए है।

उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पानी ठहरेगा जहा मच्छर पनपेगा वहां। उन्होंने बताया कि मच्छर ठहरे (एकत्रित) हुए पानी मे अंडे देते है, जिससे मलेरिया व डेंगू की बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की बढ़ोतरी तेजी से होती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अपने घर के आस-पास पानी इकठ्ठा न होने दें तथा ठहरे हुए पानी मे काले तेल  का छिडक़ाव करें, जिससे मच्छर का लार्वा खत्म हो सके और जानलेवा बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की उत्पत्ति पर पूर्ण रूप से रोक लग सके।

सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार ने बताया कि मलेरिया के शुरूआती लक्षणों मे तेज ठंड के साथ बुखार आना, सर दर्द होना व उल्टीयो का आना है। इसलिए कोई भी बुखार आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र मे जाकर मलेरिया कि जांच करवाए और अगर मलेरिया जांच मे पाया जाता है तो उसका 14 दिन का इलाज स्वास्थ्यकर्मी की देख-रेख मे करें। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मी स्लाइड भी बना रहे है।

मलेरिया के मुख्य लक्षण

सर्दी व कपकपी के साथ तेज बुखार का होना, सिरदर्द होना व गंभीर मामलो मे उल्टिया होना है।

मलेरिया का उपचार व बचाव

कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है, इसलिए बुखार होने पर अपने नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र में तुरन्त रक्त की जांच करवाएं। मलेरिया होने पर तुरन्त 14 दिन का पूर्ण आमूल उपचार स्वास्थ्यकर्मी की देख रेख मे लें, क्योकि आमूल उपचार न लेने से मलेरिया बुखार बार-बार होता है। मलेरिया बुखार बार-बार होने से खून की कमी हो जाती है जोकि बहुत घातक होती है।

डेंगू व चिकिनगुनिया के लक्षण व बचाव

अकस्मात तेज बुखार का होना, आचनक तेज सिर दर्द होना, मांसपेशियों तथा जोड़ो मे दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना जोकि आंखों को घुमाने से बढ़ता है। बुखार के साथ जोड़ो में दर्द व सूजन होना, कपकपी व ठंड के साथ बुखार का अचानक बढऩा, सिर दर्द होना।
सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार ने आम आदमी  से अपील की है कि प्रत्येक रविवार को सभी लोग ड्राई डे (शुष्क दिवस) के रूप मे मनाएं, जिस दौरान घर के सभी कूलर व टंकियों को अच्छी तरह से कपड़े से रगड़कर साफ कर ले, फ्रिज की ट्रे का पानी जो बिजली जाने के बाद फ्रिज की बर्फ के पिघलने से ट्रे मे एकत्रित होता है। उसको जरूर साफ करें अगर साफ करना संभव न हो तो उसमे 5 से 10 एमएल पेट्रोल या डीजल का तेल डाल सकते है, क्योकि फ्रिज की ट्रे के साफ पानी मे डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर की उत्पत्ति होती है।

घर मे प्रयोग किए जा रहे ए.सी. के पानी को एकत्रित न होने दे, क्योकि ए.सी. के साफ एकत्रित पानी में भी डेंगू फैलाने वाले मच्छर पैदा होते है, जिस पानी को निकालना संभव न हो, उसमे काला तेल डाल सकते है, जिससे मच्छरों की उत्पत्ति न हो पाएं। उन्होंने आमजन से अपील है कि सभी लोगो को रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए व दिन के समय पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए, जिससे मच्छर के काटने से बचा जा सके।