प्रधानमंत्री इन योजनाओं के प्रभाव का आकलन करेंगे और लाभार्थियों से सुझाव भी लेंगे कि कैसे इन योजनाओं को बेहतर किया जा सकता है। हरियाणा के सभी जिलों से चयनित लाभार्थी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे जबकि हरियाणा के एक या दो जिलों के लाभार्थियों से प्रधानमंत्री संवाद करेंगे। मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम को लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिवों, विभागाध्यक्षों और जिला उपायुक्तों के साथ बैठक की।
उन्होंने अधिकारियों को इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। जिला उपायुक्तों ने वीसी के माध्यम से बैठक में हिस्सा लिया। मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर लें। ज़िला स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, विधायक उपस्थित रहेंगे जबकि राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे।
कार्यक्रम में हरियाणा के तमाम जिलों से योजनाओं के लाभार्थी जुड़ेंगे और अपने विचार रखेंगे। इस कार्यक्रम में विभिन्न लाभार्थी उन्मुख योजनाओं द्वारा लाई गई ईज ऑफ लिविंग को समझा जाएगा। योजनाओं में सुधार के लिए लोगों के विचार लिए जाएंगे तथा नागरिकों की आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 की आकांक्षाओं पर चर्चा की जाएगी। इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार की 13 योजनाओं के लाभार्थी जुड़ेंगे।
इन योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, पोषण अभियान, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन व अमृत, प्रधानमंत्री स्वनिधि स्कीम, वन नेशन-वन राशन कार्ड, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, आयुष्मान भारत पीएम जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शामिल है।