हरियाणा सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रबी फसल बेचने के लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। अब सरकार द्वारा पंजीकरण की तिथि को 15 फरवरी तक कर दिया गया है। वहीं हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जो किसान इस सीजन में खेतों में खड़े बरसाती पानी के कारण फसलों की बिजाई नहीं कर पाएंगे, उन्हें राज्य सरकार द्वारा 7 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से आर्थिक सहायता दी जाएगी। किसानों को अपने उत्पाद बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसलिए गेहू एवं सरसों की खरीद के लिए नए खरीद केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं।
उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यह घोषणा शनिवार को हिसार जिला के गांव मतलोढा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कही। राज्य सरकार द्वारा किसानों को पहले आर्थिक सहायता के तौर पर तीन हजार रूपए प्रति एकड़ धनराशि दी जाती थी। अब किसानों को अपने उत्पाद बेचने के लिए मंडियों में रात नहीं बितानी पड़ेगी। किसानों द्वारा अपने कृषि उत्पादों को मंडियों में बेचने तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि से संबंधित योजनाओं का लाभ उठाने के लिए अपनी फसलों का पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल फसल डॉट हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पर करवाना अनिवार्य है। पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की फसलों के एक-एक दाने की शीघ्र खरीद कर भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका यह एक सपना था जो पूरा हो गया। खरीद कार्य में ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से ओर तेजी लाई जाएगी।
तालाबों के लिए 600 करोड़ रूपए जारी
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में सिंचित जल मुहैया करवाने के लिए नहरों/रजवाहों की रीमॉडलिंग का कार्य प्रगति पर है। सरकार द्वारा प्रदेश के सभी तालाबों का नवीनीकरण करने के लिए 600 करोड़ रूपए की धनराशि जारी की गई है। प्रदेश के सभी 14 हजार तालाबों का दो चरणों में मॉडर्न टेक्नोलॉजी के माध्यम से नवीनीकरण किया जाएगा। ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिसके माध्यम से पुराना पानी कृषि क्षेत्र में प्रयोग होता रहे ओर नया पानी तालाब में आता रहे।
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण
उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे के रनवे का कार्य पूरा होते ही यहां पर औद्योगिक इकाइया स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिससे क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होने। सरकार द्वारा प्रदेश में योजनाबद्ध ढंग से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।
ग्रामीणों द्वारा प्रस्तुत किए गए मांग पत्र की अधिकांश मांगो को स्वीकृति प्रदान करते हुए उन्होंने गांव में बच्चों के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बनाने के साथ -साथ मॉडर्न लाइब्रेरी भी स्थापित करने की घोषणा की,ताकि विद्यार्थी विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अपनी तैयारी कर सकें। युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा कोशल विकास रोजगार निगम बनाया गया है।जल्द ही पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।