हरियाणा में 2022 में एक लाख एकड़ भूमि की उर्वरता में सुधार किया जाएगा। इसके लिए प्रथम चरण का भूमि संबंधित सर्वे 4 जिलों में पूरा कर लिया गया है। नूहं, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा जिलों में दूसरे चरण का सर्वे जल्द शुरू होगा।
जल संसाधन प्राधिकरण की चेयरपर्सन केशनी आनंद अरोड़ा ने बुधवार को यहां बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर विभिन्न जिलों में गिरते जलस्तर व जलभराव की समस्या पर कार्य कर रहे हैं। केंद्रीयकृत पानी निगरानी प्रणाली तैयार की जा रही है।
योजना से राज्य के किसानों को उनकी फसलों में विविधिता का लाभ मिलेगा। वर्ष भर में एक से अधिक फसलों की उपज संभव हो सकेगी। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि भूमि उर्वरता में भी सुधार होगा।