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विश्व पर्यावरण दिवस: इंसान और कुदरत के बीच गहरा रिश्ता : डा. बनवारी लाल

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विश्व पर्यावरण दिवस: इंसान और कुदरत के बीच गहरा रिश्ता : डा. बनवारी लाल

रेवाड़ी 5 जून। सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि जब से दुनिया शुरू हुई है, तभी से इंसान और कुदरत के बीच गहरा रिश्ता रहा है। पेड़ों से एक ओर जहां पेट भरने के लिए फल-सब्जियां और अनाज, तन ढकने के लिए कपड़ा मिलता है वहीं दूसरी ओर हमें पेड़ों से जीवनदायिनी ऑक्सीजन भी मिलती है, जिसके बिना कोई एक पल भी जिन्दा नहीं रह सकता। पेड़ इंसान की जरूरत हैं, उसके जीवन का आधार है। आज लगाए गए पौधे से हमारा आने वाला कल बेहतर बनेगा। हर व्यक्ति को पौधरोपण का संकल्प लेना चाहिए।

डा. बनवारी लाल विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बावल में पौधारोपण करने उपरांत बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हम पर्यावरण और प्रकृति के सदैव कर्जवान रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम सबने देखा कि कोरोना की दूसरी लहर में किस प्रकार लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे थे। ये सब मानव द्वारा प्रकृति और पर्यावरण से की गयी छेड़छाड़ का ही नतीजा है। हमें आने वाली पीढिय़ों के लिए ऑक्सीजन रूपी संजीवनी को सहज कर रखना होगा, जिसके लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने बहुत जरूरी हैं।

उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में आदिकाल से ही पर्यावरण संरक्षण को महत्व दिया गया है। भारतीय संस्कृति में पेड़-पौधों को पूजा जाता है। विभिन्न वृक्षों में विभिन्न देवताओं का वास माना जाता है। इसके अलावा अनेक पौधे ऐसे हैं, जो पूजा-पाठ में काम आते हैं। लेकिन यह हैरत और अफसोस की बात है कि जिस देश में, समाज में पेड़-पौधों को पूजने की प्रथा रही है, अब उसी देश में, उसी समाज में पेड़ कम हो रहे हैं।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि बदलते दौर के साथ लोगों का प्रकृति से रिश्ता टूटने लगा है। बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए वृक्षों को काटा जा रहा है। नतीजतन वन क्षेत्र खत्म हो रहे हैं। देश में वन क्षेत्रफल बहुत ही कम है। इससे पर्यावरण के सामने संकट खड़ा हो गया है। घटते वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने होंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित व हराभरा रखना हमारे लिए काफी अहम हो गया है। पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। हमें कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए ताकि भविष्य में हमें ऑक्सीजन की कमी के चलते अपनो को न खोना पड़े।

  उन्होंने कहा कि प्रत्येक इंसान को यह संकल्प लेना चाहिए कि अपने जीवन में कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए और उसका अच्छी तरह से पौषण करने का प्रण ले। इंसान का यह संकल्प कामयाब हुआ तो आने वाले समय में पर्यावरण पूरी तरह से सुरक्षित हो जायेगा। इस मौके पर एसडीएम बावल संजीव कुमार, तहसीलदार बावल मनमोहन सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।विश्व पर्यावरण दिवस