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बुनियाद कार्यक्रम: नौवीं में पढ़ने वाले बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर की दी जाएगी कोचिंग

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बुनियाद कार्यक्रम: नौवीं में पढ़ने वाले बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर की दी जाएगी कोचिंग

हरियाणा विज्ञान प्रतिभा खोज, सुपर-100 जैसी प्रतियोगिताओं की तर्ज पर शिक्षा विभाग की ओर से 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए कोचिंग देने की योजना तैयार की है। इस परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को एनटीएससी, एनडीए, सुपर-100, हरियाणा विज्ञान प्रतिभा खोज, इनसपिरे अवार्ड, साइंस क्विज, जेएलएनएसएमईई, साइंस एस्से, मैथ क्विज की कोचिंग दी जा रही थी। अब इसमें बदलाव किया गया है शिक्षा विभाग ने प्रदेशभर में बुनियाद कार्यक्रम की शुरुआत की है।

 

 

इसमें कोचिंग लेकर 9वीं के विद्यार्थी आगे चलकर डॉक्टर, इंजीनियर, डॉक्टर बन सकेंगे। सरकारी स्कूल में 10वीं पास करने वाले विद्यार्थियों का भविष्य संवारने के लिए परीक्षा ली जाती थी। अब दो साल पहले ही यानी नौवीं में पढ़ने वाले चयनित विद्यार्थियों को ही कोचिंग दी जाएगी, ताकि समय रहते तैयारी अच्छी तरह से हो और परिणाम भी सकारात्मक आएं।  इसके लिए शिक्षा विभाग ने पहली बार बुनियाद कार्यक्रम की शुरुआत की है। प्रदेश सरकार का रेवाड़ी की विकल्प फाउंडेशन से टाईअप है। यह संस्था सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को कोचिंग देने का काम करती है।

 

 

  1. सबसे पहले करना होगा पंजीकरण

इस कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलों में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का सबसे पहले पंजीकरण किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक (शैक्षिणक) ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भी जारी कर दिया है। विद्यार्थियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए नौ नवंबर से लिंक ओपन किया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन संबंधित लिंक 24 नवंबर की रात 11.59 बजे तक खुला रहेगा। पंजीकरण के लिए विभाग की वेबसाइट पर लिंक बुनियाद haryana.com पर उपलब्ध है। जिले में डीएसएस व डीएमएस को बुनियाद कार्यक्रम के नोडल अधिकारी होंगे।

 

  1. स्क्रीनिंग परीक्षा

पंजीकरण के बाद एससीआरटी की ओर से स्क्रीनिंग परीक्षा ली जाएगी। सिलेबस कक्षा छठी से आठवीं तक का होगा। प्रत्येक ब्लॉक वाइज 100 से 120 विद्यार्थियों को छांटा जाएगा। चयनित छात्रों की जिला स्तर पर फिर स्क्रीनिंग होगी। हर जिला से 120 से 125 छात्रों का चयन होगा। फिर 40-40 छात्रों के तीन बैच बनाए जाएंगे। जिन्हें सप्ताह में दो दिन ऑनलाइन क्लास दी जाएगी। इन विद्यार्थियों का ट्रांसपोर्ट खर्चा शिक्षा विभाग वहन करेगा।