हरियाणा सरकार ने आमजन के लिए फर्जी वेबसाइट के माध्यम से बनाए जा रहे जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्रों से सावधान रहने के लिए एडवाइजरी जारी की है। जनहित में लोगों को सावधानी पूर्वक सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी अनुरूप ही कदम उठाए जाएं। यह बात डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कही।
डीसी ने आमजन का आह्वान किया है कि वे फर्जी वेबसाइट के झांसे में न आएं और इनसे सावधान एवं सजग रहें और यूट्यूब सहित अन्य सोशल मीडिया साईट पर दिए गए फोन नम्बर आदि पर संपर्क करके ऑनलाइन पैसे देकर कोई जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र न बनवाएं क्योंकि इनके फर्जी होने की संभावना अधिक हैं, जिससे आप ठगी का शिकार हो सकते हैं।
डीसी ने बताया कि सरकार व प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कुछ असामाजिक तत्व फर्जी वेबसाइट बनाकर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का गोरख धंधा कर रहे हैं। इनमें से कुछ साईट सरकार के संज्ञान में आई हैं, जिनमें
CRSORGIGOOVI.IN, CRSRGIIN और BIRTHDEATHONLINE.COM शामिल हैं। ये साईट भारत सरकार की मूल साईट www.crsorgi.gov.in की नकल करके बनाई गई हैं तथा देखने में हूबहू वैसी ही लगती हैं। इन साइटों पर आम जनता को गुमराह करके बिल्कुल सही जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र होने का दावा करके फर्जी प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिया जाता है जिससे आमजन को बाद में परेशानी उठानी पड़ती हैं।
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सरल केंद्र व सरल पोर्टल पर ही करें आवेदन :
डीसी अशोक कुमार गर्ग ने बताया कि अवांछनीय ऐसी गतिविधियां संज्ञान में आने पर इन वेबसाइट के विरुद्ध कार्यवाही करने तथा इनको बंद करवाने हेतु सरकार की ओर से भारत के महारजिस्ट्रार का सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ साईट बंद करवा दी जाती हैं पर वे अन्य नाम से फिर से शुरू हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने सभी विभागों से उनको प्रस्तुत किए जा रहे हैं जन्म-मृत्यु के प्रमाण पत्रों की सत्यता की पुष्टि जारी करने वाली संस्था से करवाने की सलाह भी दी गई हैं।
इसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में फर्जी जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र संज्ञान में आ रहे हैं। उन्होंने आम जनता से ऐसी फर्जी वेबसाइटों से बचने का सुझाव दिया है तथा सभी नागरिकों से अनुरोध हैं कि वे सरल केन्द्रों के माध्यम अथवा सीधे SARALHARYANA.GOV.IN पर लॉगिन करके जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन संबंधी विभिन्न सेवाएँ प्राप्त करें जिनमें जन्म और मृत्यु के रजिस्टर की तलाशी, जन्म और मृत्यु का विलम्बित पंजीकरण, बच्चे के नाम का रजिस्ट्रीकरण और जन्म और मृत्यु के रजिस्टर में प्रविष्टि को ठीक करना शामिल है।
क्यूआर कोड से करें जांच : डीसी
डीसी अशोक कुमार गर्ग ने आम जनमानस से आह्वान किया है कि अपने पास उपलब्ध अथवा भविष्य में प्राप्त होने वाले जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों पर दिए गए क्यूआर कोड से उसकी सत्यता अवश्य जांच लें कि वे www.crsorgi.gov.in वेब साईट से जारी हुआ है अथवा नहीं। उन्होंने बताया कि जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन संबंधी किसी प्रकार की जानकारी के लिए स्थानीय रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) से संपर्क किया जा सकता हैं।