डीसी अशोक कुमार गर्ग ने स्वच्छता ही सेवा को अपना परम कर्तव्य एवं ध्येय मानते हुए बुधवार को लघु सचिवालय स्थित शौचालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ-सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने निरीक्षण के दौरान शौचालयों की सफाई व्यवस्था पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि सचिवालय स्थित सभी विभागाध्यक्षों ने उनके द्वारा दिए गए आदेशों की पालना करते हुए निजी शौचालयों का प्रयोग बंद किया हुआ है और अब वे पब्लिक शौचालयों का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने लघु सचिवालय के अतिरिक्त जिला में अन्य भवनों में चल रहे कार्यालयों के विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि वे भी लघु सचिवालय के अधिकारियों की भांति निजी शौचालयों की बजाए पब्लिक टॉयलेट का प्रयोग करें और उनकी नियमित साफ-सफाई पर पूरा फोकस रखें।
डीसी ने निरीक्षण के दौरान कहा कि पब्लिक शौचालयों में पानी व लाइट आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित रहे इसके लिए संबंधित गठित कमेटी द्वारा मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पब्लिक टायलेट में बिजली, पानी की पर्याप्त सुविधा के साथ-साथ पाईप लीकेज न हो इस बात का भी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने निरीक्षण के दौरान मुख्य परिसर में पब्लिक टॉयलेट की सफाई पर संतोष जताया। उन्होंने लघु सचिवालय परिसर की पिछली साइड में स्थित एक पब्लिक टॉयलेट जो स्टोर के रूप में प्रयोग किया जा रहा था, की उपयोगिता दोबारा शुरू करने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए। डीसी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में स्थित पब्लिक टॉयलेट की उपयोगिता की जांच संबंधित अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
डीसी ने सभी विभागाध्यक्षों को आवश्यक निर्देश देते हुए कार्यालयों के साथ-साथ सचिवालय में बने हुए शौचालयों की प्रतिदिन अच्छी प्रकार से साफ कराने व नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपने अधीनस्थ कार्यालयों व शौचालयों की अच्छी तरह से साफ-सफाई कराना विभागाध्यक्षों का परम कर्तव्य है, जिस कार्यालय क्षेत्र में गंदगी मिली या शौचालय साफ नहीं पाए गए तो उसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होगा।