रेवाड़ी के सरकारी अस्पताल में ईलाज न मिलने के कारण 4 महीने की बच्चे की मौत के मामले में रेवाड़ी जिला उपायुक्त राहुल हुड्डा ने संज्ञान लेते हुये एसडीएम को मामले की जांच करने के निर्देश दिये है। जाँच में जो दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कहीं गई है ।
आपको बता दें कि शनिवार को टूमना गाँव निवासी सुनीता और सन्नी अपने चार माह के बच्चे को लेकर नागरिक अस्पताल आयें थे, बच्चे को सांस में दिक्कत थी। सुनीता ने एमर्जेंसी में डॉक्टर से ईलाज कराने के लिए पर्ची कटाई। सुनीता का आरोप था वो शाम बजे आई थी, और रात 9बजे डॉक्टर आया। तब तक उसके बच्चे की मौत हो गई थी।
रातभर सुनीता मृत बच्चे को लेकर बैठी रही ताकि दूसरे दिन सुबह पोस्टमार्टम कराया जाएँ। दुसरे दिन पीड़ित परिवार को स्थानीय एक युवक और एक महिला सांत्वना दे रहे थे। तब डॉक्टर ने दादागिरी तिखाते हुये युवक के फोन पर हाथ मारा और कॉलर पकड़ ली थी।
इस मामले में पीड़ित गरीब है। इसलिए कानूनी कार्रवाई करना नहीं जानते , लेकिन सोशल मीडिया के जरिये पीड़ितों की आवाज शासन प्रशासन तक पहुँची , जिसके बाद रेवाड़ी जिला उपायुक्त ने एसडीएम को जाँच करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिये है। ऐसे में अब देखना होगा कि एसडीएम की जाँच में कौन दोषी पाया जाता है। और दोषी के खिलाफ क्या कार्रवाई अमल में लाई जाती है।