रेवाड़ी के कोचिंग सेंटर्स में सरकारी नौकरी पाने के लिए तैयारी कर रहे युवाओं ने भर्तियों में होने वाली धांधली को रोकने के लिए और एचसीएस अनिल नागर के खिलाफ सीबीआई जाँच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. और मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.
युवाओं ने कहा कि वो दिन रात मेहनत करते है. लेकिन सरकार के अधिकारी कुछ माफियाओं के साथ मिलकर पैसे लेकर अपने लोगों को नौकरी लगवा देते है. हाल में पकडे गए अनिल नागर इस बात का बड़ा उदहारण है. जिनसे पूछताछ में खुलासा भी हुआ है कि रोबिन नाम के शख्स के साथ मिलकर 100 से ज्यादा बच्चों को पैसे लेकर लगाया गया. लेकिन अब सरकार नागर को क्लीनचीट दे रही है. ऐसे में जनता समझ सकती है कि हरियाणा सरकार का बीना खर्ची बीना पर्ची के दावे इमं कितनी सच्चाई है.
युवाओं ने कहा कि पिछले कुछ सालों में हुई भर्तियो में पेपर लगातार लीक हो रहे है. जिसे रोकने के लिए भी सरकार विफल रही है. इसलिए उनकी मांग है कि सरकार बीना खर्ची बीना पर्ची के दावे को साकार करने की दिशा में काम करें .
आपको बता दें कि HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर को विजिलेंस की टीम ने 18 नवंबर को कार्यालय से 90 लाख रुपए के साथ पकड़ा था। इसके बाद जांच के दौरान 3 करोड़ 50 लाख रुपए बरामद किए गए। गर्वनर के आदेश के बाद अनिल नागर को बर्खास्त किया गया था।