साइबर सुरक्षा कंपनी नॉर्टन की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर चार में से 3 ऑनलाइन गेमर्स ने एक या कई बार साइबर अटैक का सामना किया है और इनमें से अधिकतर ने इसके कारण आर्थिक नुकसान भी झेला है.देश में ऑनलाइन गेम का क्रेज काफी बढ़ गया है.लेकिन अलग-अलग गेमिंग प्लेटफार्म पर बढ़ते लोगों की संख्या ने साइबर खतरे को भी बढ़ा दिया है. साइबर फ्रॉड के जरिए ऑनलाइन गेमर्स हजारों रुपए गंवा रहे हैं.
80 फीसदी से ज्यादा ऑनलाइन गेमर्स साइबर फ्रॉड में पैसों को नुकसान झेला है. आर्थिक नुकसान के अलावा, कई शिकार बने लोगों (करीब 35 फीसदी) ने साइबर अटैक के जरिए उनके गेमिंग डिवाइस में नुकसान पहुंचाने वाले सॉफ्टवेयर होने शिकायत की है. वहीं 29 फीसदी ने ऑनलाइन गेमिंग के दौरान अपने अकाउंट में अनअथॉराइज्ड एक्सेस का सामना किया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, हर पांच में से 4 भारतीय गेमर्स गेम खेलते समय हैकिंग से पैसे गंवाए हैं. साइबर फ्रॉड से इन्हें औसतन 7,894 रुपए का नुकसान हुआ है. इस तरह के साइबर अटैक से, 5 में से 2 से अधिक (41 प्रतिशत) को धोखे से अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा से समझौता करने पर मजबूर किया गया है. इसक अलावा, 28 फीसदी पीड़ित ऐसे हैं जिनके गेमिंग डिवाइस पर मैलवेयर डाउनलोड करने और 26 फीसदी ऐसे हैं जिनके साथ अकाउंट की जानकारी ऑनलाइन शेयर करने का धोखा हुआ. अहम बात यह भी है कि 5 में से एक गेमर्स ऐसे भी हैं, जिनकी जानकारी चुराकर बिना उनकी सहमति के ऑनलाइन सार्वजनिक कर दी गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, हर 5 से 2 लोगों ने कहा कि वे किसी दूसरे यूजर्स के गेमिंग अकाउंट को हैक करने के लिए पेमेंट करने पर भी विचार कर सकते हैं. हर 10 में से 6 लोगों (62 फीसदी) ने कहा कि उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग की शुरुआत कोविड-19 महामारी के दौरान की. रिपोर्ट में ऑनलाइन गेमर्स के बीच साइबर सुरक्षा की खामियों को लेकर चिंता जताई गई है.
द हैरिस पोल द्वारा कराए गए एक ग्लोबल स्टडी में सामने आया हैं कि भारत के 703 ऑनलाइन गेमर्स सहित, 8 देशों के 18 साल से अधिक उम्र के लोग शामिल थे. इसमें हर 5 में से 2 भारतीय गेमर्स (करीब 42 फीसदी) ने कहा कि अगर उन्हें पता है कि उन्हें प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा, तो उनके किसी दोस्त, परिवार के सदस्य या पार्टनर के खाते को हैक करने की “कम से कम कुछ” संभावना है. करीब 56 फीसदी लोगों ने कहा कि खुद को फायदा पहुंचाने के लिए के खेल में खामियों या बग का फायदा उठा सकते हैं.