कीड़े लगी ख़राब मूंगफली की ये वीडियो इस बात का बड़ा सबूत है कि किस कदर आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि कई बार उनके बच्चों को ख़राब राशन वितरण किया गया है. जिसकी शिकायत उन्होंने की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद वो जिला प्रशासन को शिकायत करने जिला सचिवालय पहुंचे है. आपको बता दें कि केंद्र और राज्य सरकार पोषण अभियान जैसे विभिन्न कार्यक्रम चलाकर आने बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए अभियान चलाती है. जिस अभियान में आंगनबाड़ी केन्द्रों की अहम् भूमिका होती है. लेकिन अधिकाँश सामने आता है कि सडा हुआ राशन बच्चों को वितरित कर दिया जाता है.
पिछले दिनों जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल चल रही थी तब भी एक्सपायरी डेट या बिना डेट के मिल्क पाउडर पोषण अभियान के तहत वितरित किये गए थे. अभी ख़राब मूंगफली बच्चों को वितरित करके बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया गया है.
इस मामले में अधिकारी कहते है कि उनके पास अभी शिकायत नहीं आई है. जहाँ तक आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मूंगफली के वितरण की बात है तो 5 महीनों से केन्द्रों पर मूंगफली नहीं भेजी गई है. जो मूंगफली पहले भेजी गई थी उनकी एक्सपायरी डेट अप्रैल माह तक थी. इसलिए वो नहीं जानते कि आंगनबाड़ी में ऐसा राशन को वितरित किया गया.
बहराल ये जाँच का विषय है कि किसके कहने पर बच्चों को खराब मूंगफली दी गई. जरुरी है कि निगरानी की जाएँ कि क्या सरकार की तरफ से जारी राशन सही तरीके से बच्चों तक पहुँच पा रहा है या नहीं.