जांचकर्ता ने बताया कि इसी साल जून माह में उपायुक्त के पास सूचना आई थी कि गांव बुड़ाना में क्लीनिक चलाने वाला एक व्यक्ति अवैध तरीके से एमटीपी किट बेचता है तथा गर्भपात भी कराता है। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी गई।
उपायुक्त के निर्देश पर एक टीम का गठन किया। टीम ने एक नकली ग्राहक तैयार किया। नकली ग्राहक ने बुड़ाना में लक्ष्मी क्लीनिक चलाने वाले संदीप से संपर्क किया तथा गर्भपात के बारे में जानकारी ली। संदीप ने बताया कि एक हजार रुपये में वह एमटीपी किट देगा तथा 15 हजार रुपये में सर्जिकल तरीके से गर्भपात करा दिया जाएगा। नकली ग्राहक को लेकर टीम गांव बुड़ाना में पहुंची।
नकली ग्राहक संदीप के पास क्लीनिक में गई तथा एमटीपी किट मांगी। संदीप ने एमटीपी किट दे दी तथा एक हजार रुपये ले लिए। इशारा मिलते ही टीम ने रेड मार दी और संदीप को पकड़ लिया। संदीप से एक हजार रुपये भी बरामद कर लिए थे। टीम द्वारा पूछताछ करने पर संदीप ने बताया कि वह एमटीपी किट खोरी खुर्द निवासी आसिफ से लेकर आता है तथा अवैध तरीके से गर्भपात नंदरामपुर बास रोड़ स्थित रामजस नगर निवासी सत्यगंगा से कराता है।
पुलिस ने आरोपी नर्स सत्यगंगा को भी गिरफ्तार कर लिया था और आरोपी असिफ फरार चल रहा था। सोमवार को पुलिस ने आरोपी आसिफ को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।