रेवाड़ी, 27 अगस्त। हरियाणा सरकार के फैसले के तहत प्रदेशभर में खोले जाने वाले प्ले-स्कूलों को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनबाड़ी वर्करों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए खाका तैयार कर लिया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग संगीता यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह ट्रेनिंग कार्यक्रम जिला के सभी खंडों में दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। इस ट्रेनिग के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए हैं, जो जिले के सभी खंडों के 1125 आंगनवाड़ी वर्करों को दो चरणों में प्रशिक्षण देंगे।
आंगनवाड़ी वर्करों को दी जाने वाली ट्रेनिग में उन्हें खेल-खेल में शिक्षा देने की जानकारी दी जाएगी। इस ट्रेनिंग में यह बताया जाएगा कि शुरूआत में बच्चे को प्ले स्कूल में बैठने तथा उसके उपरांत उसका ध्यान पढ़ाई ी ओर लगाया जाएगा जिससे वह पढ़ाई करना सीख जाएं।
प्रथम चरण में जिले में बनाए जाएंगे 166 प्ले स्कूल : पीओ
जिला कार्यकम अधिकारी ने बताया कि प्रदेशभर में प्लेे स्कूल खोलने के सरकार के फैसले के तहत जिले में प्रथम चरण में 166 प्ले स्कूल बनाएं जाएंगे। इन स्कूलों में विद्यार्थियों को प्री-नर्सरी की शिक्षा दी जाएगी।
डब्ल्यूसीडीपीओ को सौंपी गई जिम्मेदारी
उन्होंने बताया कि रेवाड़ी शहर व रेवाड़ी ग्रामीण के लिए डब्ल्यूसीडीपीओ शालू यादव, जाटूसाना के लिए सुमन यादव, खोल के लिए पुष्पा यादव, बावल व नाहड़ के लिए दीपिका सैनी को प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग कार्यक्रम के तहत रेवाड़ी ग्रामीण की 257, रेवाड़ी शहर की 108, जाटूसाना व खोल की 190-190, बावल की 228 तथा नाहड़ की 152 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं।
यह रहेगा ट्रेनिंग का शेड्यूल
प्रथम चरण में 31 अगस्त से 4 सितंबर तक तथा द्वितीय चरण में 6 से 10 सितंबर तक आयोजित किए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आंगनवाड़ी वर्करों को ट्रेनिग दी जाएगी। मास्टर ट्रेनर इन आंगनवाड़ी वर्करों को ट्रेनिग देंगे।
यहां बनाए गए ट्रेनिंग सैंटर
उन्होंने बताया कि रेवाड़ी शहर व रेवाड़ी ग्रामीण के लिए ढालियावास, बाल भवन व बीडीपीओ कार्यालय रेवाड़ी, जाटूसाना के लिए परखोतमपुर स्कूल, खोल के लिए पंचायत घर माजरा, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय व बीडीपीओ खोल, बावल के लिए बालभवन बावल तथा नाहड़ के लिए रा.क.व.मा.वि. कोसली में ट्रेनिंग सैंटर बनाए गए हैं।
ये होंगे सुपरवाईजर और मास्टर ट्रेनर्स
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण हेतु रेवाड़ी ग्रामीण के लिए योगेश, वंदना, सिवानी, रामभतेरी, आरती, निशा, सीमा, पुष्पा, रेवाड़ी शहर के लिए सरोज, कांता, पुष्पा, रचना व सुष्मा, जाटूसाना के लिए अंतिम, माया, रीना, मंजू, नीरू व अंतिमा, खोल के लिए स्नेह, प्रियंका, एकता, सुशीला, राधा व सुजिता, बावल के लिए कमलेश, सबनम, स्नेहलता, सुदेश मंजू व ममता तथा नाहड़ के लिए नीतू, यूगांता, राजबाला, पिंकी, सरला व संतोष को सुपरवाईजर व मास्टर ट्रेनर्स की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
खेल-खेल में शिक्षा पर रहेगा फोकस : उपायुक्त
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि शुरुआती दिनों में बच्चों के दिमाग पर शिक्षा का अधिक बोझ न पड़े, इसके लिए प्ले स्कूलों के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षा नीति पर फोकस किया जाएगा। बच्चों को खेलों के माध्यम से कैसे शिक्षित किया जा सकता है यह विधि आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा बच्चों को बताई जाएगी, ताकि बच्चे इससे बोर न हो और शिक्षा से रूचिकर बनें। इसके लिए कविता कहानियों का सहारा लेकर भी शिक्षा को आसान बनाने का प्रयास किया जाएगा।