रेवाड़ी में एक दर्दनाक सड़क हादसे में बुआ -भतीजे की मौत हो गई . पुलिस ने इस मामले में डम्पर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है . शहर के अभय सिंह चौक पर जिस जगह ये हादसा हुआ है वो दुर्घटना संभावित क्षेत्र है ..जहाँ पहले भी सड़क हादसे होते रहें है .लेकिन इन हादसों को रोकने के लिए जिला प्रशासन उचित कदम नहीं उठाये जा रहें है .
रेवाड़ी शहर के दिल्ली रोड़ स्थित बाईपास पर बना अभय सिंह चौक दुर्घटना संभावित क्षेत्र है ..ये जिला प्रशासन भी मानता है. इसलिए प्रशासन की तरह से यहाँ साइनबोर्ड लगाया हुआ है. लेकिन इन हादसों को रोकने के लिए जिला प्रशासन की तरह से ओर कोई कदम उठाये नहीं गए है. जिसका नतीजा ये है कि यहाँ अक्सर सड़क हादसे होते है.. शुक्रवार को हुआ सड़क हादसा भी बिलकुल चौक पर हुआ जहाँ स्कूटी सवार लखनौर निवासी 32 वर्षीय निशा अपने 14 साल के भतीजे और 6 साल की बेटी के साथ शहर की तरह आ रही थी .. तभी डम्पर की चपेट में आ गई . और अस्पताल पहुंचे से पहले दोनों बुआ -भतीजे की मौत गई ,जबकि गनीमत ये रही की मृतका की छह साल की बेटी को खरोच तक नहीं आई . इस घटना के बाद डम्पर चालक डम्पर को लेकर मौके से फरार हो गया था . जिसे पोसवाल चौक के पास काबू कर लिया गया . पुलिस ने इस मामले में डम्पर चालक को काबू कर लिया है और शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है. लेकिन सवाल ये की क्यों प्रशासन इन हादसों से सबक नहीं ले रहा है.
इस चौक पर हादसे का कारण ये है की यहाँ सर्किल प्रोपर तरीके से नहीं बनाया गया है. चौक पर कोई कहीं से भी इंट्री कर रहा है . जिसके भी हादसे बढ़ रहें है ..जिला प्रशासन की तरफ से यहाँ ट्रेफिक लाइट्स लगाईं गई थी . लेकिन वो भी कुछ दिन के बाद से कंडम पड़ी है .. शहर के चौक –चौराहों पर ट्रेफिक लाइट्स करीब एक दशक में दौबारा लगाईं गई ..लेकिन दोनों ही बार नगर परिषद् ने सरकारी खजाने की बर्बाद किया .. और शहर के चौक चौराहें भी तकनिकी रूप से गलत बने हुए है ..जिनके सुधार के लिए भी कोई कदम नहीं उठाये गए.
ऐसे में लापरवाही सड़क हादसे की जितनी बड़ी जिम्मेवार है ..उससे कहीं ज्यादा जिला प्रशासन भी सड़क हादसों का जिम्मेवार है .. जरुरी है की अबतक हुए सड़क हादसों से जिला प्रशासन सबक लें .