राजस्थान से बारिश के पानी के साथ हरियाणा में आने वाले कैमिकल युक्त की समस्या स्थानीय लोगों के लिए नासूर बनी हुई है. यही वजह है की परेशान लोगों ने आज दिल्ली जयपुर नेशनल हाइवे नम्बर 48 जाम कर दिया और समस्या के समाधान की मांग की. रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव भी आज जलभराव की स्थिति का जायजा लेने धारूहेड़ा पहुँचे थे. और जाम के दौरान विधायक भी वहां मौजूद रहे. जिन्होंने पानी निकासी के उचित प्रबंध ना होने के चलते मनोहर सरकार पर निशाना साधा. और लोगों से रोड़ जाम ना करने की अपील की .
आपको बता दें कि राजस्थान से सटे हरियाणा के रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा कस्बे के लिए राजस्थान के भिवाड़ी ओद्योगिक क्षेत्र से बारिश के पानी के साथ आने वाले कैमिकल युक्त पानी की समस्या लोगों को वर्षो से सता रही है. यहाँ हालात ऐसे है कि धारूहेड़ा सेक्टर छह में घुटनों तक पानी जमा होता जाता है और लोगों के घरों में पानी घूस गया है. स्थानीय लोग लम्बे समय से शासन – प्रशासन से गुहार लगा रहे है कि किस तरह उन्हें इस आफत से मुक्ति दिलायें . लेकिन मामला राजस्थान के साथ जुड़ा हुआ है. इसलिए अबतक कुछ हुआ नहीं है. रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव आज लोगों की परेशानी जानने के लिए धारूहेड़ा पहुँचे. जहाँ उन्होंने खुद पानी में चलकर समस्या जानी और समस्या के समाधान की सरकार से मांग की.
इस दौरान स्थानीय लोग विधायक के साथ हाइवे पर पहुँच गए, जहाँ जहाँ विधायक के मना करते -करते महिलायों ने दिल्ली जयपुर नेशनल हाइवे नम्बर 48 जाम कर दिया . करीबन बीस मिनट तक हाइवे को लोगों ने जाम रखा जिसके बाद बारिश होने और पुलिस और तहसीलदार के मौके पर पहुँचने पर हाइवे को चालू कराया गया . स्थानीय लोगों ने कहा कि यहाँ नरकीय जीवन जीने को वो मजबूर है . और तीन दिनों से तो पानी बराबर जमा है . जिसकी निकासी तक नहीं हो रही है . और अपने घरों को छोड़कर वो कहीं जा नहीं सकते है .
यहाँ आपको ये भी बता दें कि ये समस्या वर्षो पुरानी है , एक हफ्ते पहले इसी समस्या के चलते लोगों ने धारूहेड़ा-भिवाड़ी बोर्डर को भी जाम कर दिया था . और तीन दिन पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल जब रेवाड़ी आयें थे, तब उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एनजीटी ने राजस्थान प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड को 154 करोड़ रूपए दिए है. ताकि राजस्थान पानी हरियाणा में ना छोड़कर वहीं एसटीपी प्लांट लगाकर ट्रीट करें . लेकिन अभीतक राजस्थान की तरफ से कोई प्रबंध नहीं किये गए है . जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है.