फसली सीजन शुरू होने के साथ ही सरकार की तरफ से खरीद का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है। शेड्यूल के अनुसार धान की खरीद का कार्य 25 सितंबर से 15 नवंबर तक किया जाएगा। मक्का, मूंग व बाजरा की खरीद 1 अक्तूबर से 15 नवंबर तक तथा मूंगफली की खरीद 1 नवंबर से 31 दिसंबर तक की जाएगी। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, चरखी दादरी तथा भिवानी जिले के अंतर्गत आने वाली सभी मंडियों का निरीक्षण पहले ही किया जा चुका है। संबंधित जिलों के अधिकारियों द्वारा अनाज मंडियों में खरीद प्रक्रिया से जुड़े सभी पुख्ता प्रबंध कर लिए गए हैं।
मंडियों के अंतर्गत आने वाले धर्मकाटों को सत्यापित करवाया जा रहा है। किसानों को अपने उत्पादन बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। किसानों की खरीद प्रक्रिया से संबंधित सभी सूचनाएं निर्धारित समय पर उपलब्ध करवाई जाएंगी, ताकि किसान निर्धारित तिथि को अपने उत्पाद अनाज मंडी में लाकर बेच सकें। केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य भी निर्धारित किए गए हैं।
सरकार की तरफ से जारी खरीद शेड्यूल के अनुसार, तय समर्थन मूल्यों पर फसलों की खरीद उन्ही किसानों से की जाएगी, जिन्होंने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है। जिन किसानों ने यहां पर अपनी फसल का ब्यौरा नहीं दर्ज करवाया है, वह प्राइवेट मिलर्स को अपनी फसल बेच सकता है। सरकार ने साफ कहा है कि भाव कम या ज्यादा रहने पर किसान अपनी लाभ हानि के लिए खुद जिम्मेदार रहेगा।