साईबर जागरुकता अभियान के तहत रेवाड़ी साईबर क्राईम थाना साउथ रेन्ज की साईबर टीम लोगों को लगातार साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूक कर रही है. जिसमें लोगों को अलग -अलग बचाव केलिए टिप्स दी जा रही है. साइबर पुलिस टीम का कहना है कि ऑनलाइन मीटिंग के दौरान की जाने वाली लापरवाही के कारण भी हमें नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसलिए किसी भी ऑनलाइन मीटिंग को होस्ट करने से पहले पासवार्ड जरुर लगायें . जितना हो सके फ्री मीटिंग एप का इस्तेमाल ना करें . क्योंकि फ्री मीटिंग एप्स में खामियां होती है . जिससे की कोई भी आसानी से आपनी मीटिंग में जुड़कर जरुरी जानकारी हाँसिल कर सकता है.
साइबर पुलिस ने बताया कि कोरोना काल व इंन्टरनेट की सस्ती दर के कारण Online Meeting apps जैसे कि ZOOM, Webexव sky जैसे apps का इस्तेमाल बढा है। लेकिन इसके साथ ही हमे ये भी सुनिश्चित कर लेना चाहिये की कोई अन्जान या अनचाहा व्यक्ति मिटिंग में प्रवेश ना ले सके, क्योकि इससे मिटिंग में शामिल लोगो का डेटा चोरी हो सकता है व इसका दुरुपयोग हो सकता है। इसमें Impersonation account व नाम के द्वारा कोई आपसे आपकी गोपनीय व निजी जानकारी मांग सकता है।
इससे बचने के लिए मिटिंग एडमिन द्वारा वैब मिटिंग एप की सैटिंग में हर मीटिंग के लिए पासवर्ड ऑपसन को Enable रखना चाहिए व किसी भी मीटिंग के लिए पासवर्ड व sign in को अनिवार्य बनाये,चैट रुम बनाये व निश्चित समय के बाद मीटिंग में Entry बंन्द कर दे व जो भी मीटिंग में हिस्सा ले रहा है उसे वरिफाई करे जहा तक हो सके Web metting apps का Pro Version ही इस्तेमाल करे क्योकि इसमें Security Feature अधिक होते है। इस तरह हम अपनी वैब मिटिंग को सुरक्षित कर सकते है।