Home रेवाड़ी Rewari: H3N2 वायरस को लेकर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सजग व सतर्क,...

Rewari: H3N2 वायरस को लेकर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सजग व सतर्क, नागरिक अस्पताल में बनाया 4 बैड का अलग वार्ड

109
0
H3N2

Rewari: डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि आमजन को H3N2 वायरस को लेकर घबराने व डरने की ज़रूरत नहीं है। H3N2 के मद्देनजर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग व सतर्क है। डीसी ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर पर काम करने के निर्देश दिए हैं। उप सिविल सर्जन डा. दीपक वर्मा को इंफ्लूएंजा वायरस का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

H3N2 वायरस से बचने के लिए बरतने ये सावधानियां 

डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि इंफ्लूएंजा वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग की सभी टीम को अलर्ट कर दिया गया है। वैसे जिले में अभी इस वायरस को लेकर कोई गंभीर समस्या नहीं है। लोगों को घबराने की नहीं सावधानी बरतने की जरूरत है। नागरिक अस्पताल में इंफ्लूएंजा वायरस का अलग से वार्ड बना दिया गया है।

H3N2

वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। बदलते मौसम में संतुलित खानपान का विशेष ध्यान दें। आवश्यक सावधानी जैसे मास्क लगाकर रहें, शारीरिक दूरी बनाकर रखें, वायरस के लक्षण दिखने पर अपना चैकअप कराएं। किसी प्रकार की परेशानी होने पर चिकित्सक के परामर्श के बाद ही कोई दवा लें।

सिविल सर्जन डा. सुरेंद्र यादव ने बताया कि H3N2 को मौसमी इन्फ्लुएंजा के तौर पर जाना जाता है। इन्फ्लुएंजा के मरीजों में खांसी, गले में संक्रमण, शरीर में दर्द, नाक से पानी आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यह एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है, जिसके मरीज हर साल इस समय सामने आते हैं। यह ऐसा वायरस है, जो समय के साथ म्यूटेट होता है।

कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले करें स्पेशल केयर

सिविल सर्जन ने बताया कि अभी खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों की अन्य मरीजों के साथ ही जांच की जा रही है। जिले में अभी सरकारी या निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर H3N2 इस प्रकार का कोई मामला सामने नहीं आया है। सभी CHC व PHC प्रभारियों को फ्लू से संबंधित मामले आने पर एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन्हें एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। लोगों को साबुन से हाथ धोते रहना, मास्क पहनना और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना जरूरी है।

शारीरिक दूरी बनाना जरूरी:

उप सिविल सर्जन व H3N2 इन्फ्लुएंजा के नोडल अधिकारी डा. दीपक वर्मा के अनुसार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने या किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा बात करने पर निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, बुजुर्ग और किसी रोग से पीड़ित लोगों को इस वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। संक्रमण के लक्षण पांच से सात दिनों तक रह सकते हैं। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को बुखार तीन दिनों में उतर जाता है, लेकिन खांसी तीन हफ्ते से ज्यादा दिनों तक बनी रहती है।

क्या करें और क्या न करें:

संक्रमित लोगों से H3N2 वायरस अन्यों में तेजी से फैल सकता है। ऐसे में अपने हाथों को नियमित रूप से पानी और साबुन से धोते रहना चाहिए अपनी नाक और मुंह को बार-बार छूने से बचें, खांसते और छींकते समय अपनी नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढक लें।