Rewari: बता दें कि रेवाड़ी में एक सप्ताह पहले लिंग जाँच (gender check) कराने के आरोप में पुलिस ने दो दलालों को गिरफ्तार किया था. पवन और वेदप्रकाश नाम के दो दलालों को पुलिस ने अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर से काबू किया था. उस वक्त स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर को एक तरह से क्लीन चिट दे दी थी. लेकिन जैसे ही आरोपी पवन को पुलिस रिमांड पर लिया गया तो उसने मीनाक्षी अस्पताल की डॉक्टर सिम्पी यादव के कहने पर कार्य करने की बात कहीं. जिसके बाद पुलिस ने अब डॉ सिम्पी यादव को गिरफ्तार कर लिया है.
23 फ़रवरी की शाम को झज्जर स्वास्थ्य विभाग और रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग (Rewari Health Department) की टीम ने रेवाड़ी में रेड की थी. जिस रेड के दौरान सामने आया था कि मीनाक्षी अस्पताल के लैब टेक्नीशियन पवन और उसके साथ वेदप्रकाश ने 60 हजार रूपए में गर्भ में लिंग जाँच (gender check) कराने का सौदा किया था. पुलिस रिमांड के दौरान अब पवन ने बताया है कि डॉक्टर सिम्पी यादव के साथ उसने 45 हजार रूपए में लिंग जाँच करने का सौदा किया था.
जिसके बाद ज्यादा पैसे कमाने के लालच में मरीज से 60 हजार रूपए में गर्भ में लिंग जाँच (gender check) कराने का सौदा किया था. इस मामले में डीएसपी सुभाषचंद्र ने कहा कि अल्ट्रासाउंड सेंटर के डॉक्टर से भी पूछताछ की जा रही है. इस मामले में जिसका भी नाम सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
आईएमए ने किया गिरफ्तारी का विरोध
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सिम्पी की गिरफ्तारी के बाद आईएमए से जुड़े डॉक्टर्स भी सिटी पुलिस स्टेशन पहुंचे. जिन्होंने कहा कि वो गलत करने वालों के साथ नहीं है लेकिन हमेशा डॉक्टर को टारगेट किया जाएँ ये ठीक नहीं है. केवल दलाल के कहने पर ये नहीं माना जा सकता है कि डॉक्टर भी गर्भ में लिंग जाँच (gender check) करने के मामले में शामिल है.