Happy New Year 2023 : आज हम आपको बतायेंगे कि वर्ष 2023 में ऐसी कौन से बड़ी परियोजना है जो रेवाड़ी जिले में शुरू होने वाली है और कौन से ऐसे कार्य है जो पूरे होने की उम्मीद है. जब ये सभी परियोजना पूरी होगी तब इस क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह से बदल जायेगी. जैसे इलाके में एम्स, रैपिड मेट्रो और रेवाड़ी जिले को दुसरे जिलों से जोड़ने वाली सभी सड़क फोरलेन होने के बाद रेवाड़ी जिला भी विकसित जिलों की सूचि में गिना जायेगा.
अहीरवाल का लंदन, पीतल नगरी, शहीदों की वीर भूमि और महाभारतकालीन नगरी सहित विभिन्न नामों से पहचाने जाने वाला रेवाड़ी शहर बदल रहा है. दिल्ली से करीबन 90 किलोमीटर दूर रेवाड़ी जिला पिछड़े इलाकों में गिना जाता था. लेकिन बीतें वर्षों में कई बदलाव रेवाड़ी में देखने को मिले है.
वैसे तो रेवाड़ी में विभिन्न तरह के विकास कार्य चल रहे है या वर्ष 2023 में शुरू होने वाले है. इन सभी में सबसे बड़ी परियोजना माजरा एम्स और रैपिड मेट्रो की है. नेशनल हाइवे नंबर 11 रेवाड़ी – नारनौल रोड़ स्थित माजरा गाँव की 210 एकड़ जमीन पर एम्स का निर्माण प्रस्तावित है. एम्स निर्माण की सभी अड़चने दूर हो चुकी है. उम्मीद है कि वर्ष 2023 में एम्स का शिलान्यास करके निर्माण कार्य शुरू हो जायें.
इसी तरह से दिल्ली – रेवाड़ी – अलवर रैपिड मेट्रो के निर्माण के लिए भी वर्ष 2023 में आधारशिला रखी जा सकती है. दिल्ली –जयपुर नेशनल हाइवे नंबर 48 के साथ –साथ गुरुग्राम, रेवाड़ी और बहरोड़ को जोड़ने वाली रैपिड मेट्रो की परियोजना इलाके के लिए एक बड़ी सौगात है. रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानी रैपिड रेल कॉरिडोर के निर्माण के लिए सभी औपचारिकता पूरी कर ली गई है. केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने तीन दिन पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माजरा एम्स और दिल्ली – गुरुग्राम- रेवाड़ी –अलवर रैपिड रेल कॉरिडोर के शिलान्यास के लिए समय माँगा था.
इसके आलावा रेवाड़ी से जोड़ने वाली सडकों के जाल की बात करें तो वर्ष 2023 में रेवाड़ी शहर को बाईपास मिल जायेगा. रेवाड़ी जिला बनने के वर्षों बाद भी शहर का पूरा बाईपास नहीं बन पाया था. बाईपास बनने के बाद रेवाड़ी शहर के अंदर के हालात भी सुधर जायेंगे. झज्जर रोड़ से लेकर महेद्रगढ़ और नारनौल रोड़ स्थित हरिनगर तक बनने वाले बाईपास के हिस्से को पीडब्ल्यूडी बना रहा है.
जिसका काम लगभग पूरा होने वाला है. इसी तरह से हरिनगर लेकर भाडावास रोड़, बावल रोड़ और बोलनी रोड़ को जोड़ते हुए झज्जर रोड़ को जोड़ने वाले बाईपास का निर्माण एनएचएआई करा रही है. जिसका कार्य भी काफी तेजी से किया जा रहा है. बाईपास पर रेवाड़ी –अलवर, नारनौल, महेद्रगढ़ रेलवे लाइन पर ओवेरब्रिज रेलवे ने बनाने है इसलिए यहाँ थोड़ी देरी हो रही है.
रेवाड़ी से नारनौल हाइवे का कार्य करीबन पूरा हो चूका है. यहाँ हरिनगर , पाली और काठुवास के पास फ़्लाइओवर का निर्माण अधूरा है. जो वर्ष 2023 में पूरा होने की उम्मीद है. रेवाड़ी – शाहजहाँपुर हाइवे का कार्य, रेवाड़ी –बावल फोरलेन , रेवाड़ी-पटौदी-गुरुग्राम फोरलेन रोड़ का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है. रेवाड़ी –महेद्रगढ़ रोड़ केंद्र सरकार की भारतमाला -2 परियोजना में शामिल है. जिसकी वाने वाले समय में आधारशिला रखी जा सकती है.
अकेले रेवाड़ी शहर की बात करें तो बाईपास बनने से शहर का ट्रेफिक दबाव कम होगा. जिसके बाद अच्छी सड़क , ट्रेफिक जाम से मुक्ति सहित उचित इंतजाम करने में आसानी होगी और अधिकारियों के बहाने नहीं चलेंगे. भाड़ावास रोड़ पर अनाज मंडी स्थित फ्लाओवर का निर्माण वर्ष 2023 में पूरा हो सकता है और शास्त्री नगर के पास महेद्रगढ़ और नारनौल रोड़ पर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज या अंडरपास बनने का शिलान्यास हो सकता है.
नेशनल हाइवे नंबर 48 यानी दिल्ली-जयपुर हाइवे को सुधारने का कार्य पिछले दिनों शुरू हो चूका है. कापड़ीवास गाँव के पास फ़्लाइओवर का निर्माण किया जा रहा है. बावल में बनीपुर चौक स्थित फ़्लाइओवर का निर्माण वर्ष 2023 में शुरू होने की उम्मीद है. इसी तरफ से रेवाड़ी रोहतक हाइवे पर पाल्हावास और गुरावाडा में फ़्लाइओवर का निर्माण शुरू हो सकता है.
वर्ष 2023 में धारूहेड़ा को बाईपास और गंदे पानी की समस्या से निजात मिल सकती है. यहाँ राजस्थान के भिवाड़ी से कैमिकल युक्त पानी धारूहेड़ा के रिहायशी और हाइवे पर आता है. जिसके कारण लोगों को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. धारूहेड़ा और बावल बड़े औद्योगिक क्षेत्र है इसलिए कर्मचारियों को ईएसआई हॉस्पिटल का निर्माण पूरा सकता है.
वहीँ शिक्षा के क्षेत्र की बात करें तो रेवाड़ी शहर के कॉलेज का निर्माण लिसाना गाँव में शुरू हो सकता है. इस कॉलेज की आठ साल पहले मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी. लेकिन जमीन उपलब्ध ना होने एक कारण कॉलेज का भवन नहीं बन पाया था. शिक्षा मंत्री ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कहा था कि वर्ष 2023 में कॉलेज का निर्माण शुरू करा देंगे. रेवाड़ी गर्ल्स स्कूल को नई बिल्डिंग मिल सकती है. सेक्टर चार से सैनिक स्कूल पाली –गोठड़ा –खोरी खुद के भवन में शिफ्ट हो जायेगा.
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एम्स के बारे में हम आपको बता चुके…स्वास्थ्य सेवाओं की बात करें तो रेवाड़ी नागरिक अस्पताल के लिए नये भवन के लिए जमीन तलाश की जा रही है. बावल अस्पताल के विस्तार को लेकर प्लानिंग है. इसके आलावा भी कई ऐसी परियोजना है. जिनका कार्य वर्ष 2023 में शुरू होगा या पूरा होने की उम्मीद है.