मुख्यमंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले 6 साल तक बच्चों, उन केंद्रों को संचालित करने वाले वर्करस तथा वहां काम करने वाली हैल्पर्स की उपस्थिति भी प्रतिदिन ऑनलाइन लगेगी।
उन्होंने आंगनवाड़ी वर्करस को यथाशीघ्र मोबाइल उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए ताकि वे अपने केंद्र के डाटा को अपडेट रख सकें। उक्त सभी का डाटा परिवार पहचान पत्र से जोड़ने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे बच्चों को समय पर न्यूट्रिशन देने, टीकाकरण करने,पौष्टिक आहार देने में सहायता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि डाटा अपडेट होने से केंद्र व राज्य सरकार की बच्चों के हित में चलाई जाने वाली विभिन्न योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में भी आसानी होगी। मुख्यमंत्री ने महिला एवं बाल विकास विभाग के ‘बाल संवर्धन मॉड्यूल’ के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा की और इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।