रेवाड़ी जिला प्रशासन लिंगानुपात सुधार की दिशा में प्रभावी कदम उठा रहा है। डीसी अशोक कुमार गर्ग आम जनमानस की मानसिकता को बदलने के साथ ही सामाजिक समरसता के साथ जागरूकता की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए बेटियों के माध्यम से सार्थक संदेश लोगों तक पहुंचाने में सक्रियता बरत रहे हैं।डीसी अशोक कुमार गर्ग के मार्गदर्शन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम की रेवाड़ी ब्रांड एंबेसडर एवं टीवी अभिनेत्री मान्या सिंह शिक्षण संस्थानों में पहुंचकर बेटियों को स्वावलंबन के साथ जागरूकता अभियान में आहुति डाल रही है।
जिला प्रशासन रेवाड़ी जिला में लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए जन जागरूकता मुहिम ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ को प्रभावी व सक्रिय रूप से आमजन तक पहुंचा रहा है। इस मुहिम के तहत डीसी अशोक कुमार गर्ग के मार्गदर्शन में समाज की उन बेटियों जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान कायम की है, उन्हें हर बेटी एवं हर परिवार से जोड़ने की पहल की है एवं आमजन को प्रेरित किया है कि समाज का हर जन बेटियों की उपलब्धियों को समझेगा एवं जागरूक होगा तो समाज में निश्चित रूप से बदलाव आएगा।
जागरूकता मुहिम में अभिनेत्री मान्या सिंह ने बताया कि बालिकाओं की सुरक्षा और संरक्षण सुनिश्चित करते हुए उन्हें अच्छी शिक्षा देना और समाज में उनकी भागीदारी बढ़ाना इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि डीसी गर्ग की देखरेख में राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय रेवाड़ी से बुधवार को इस मुहिम का आगाज हुआ जोकि निरंतर जारी रहेगा।
स्कूलों में जाकर छात्राओं से किया सीधा संवाद
मान्या सिंह ने गुरूवार को जैन गर्ल्स स्कूल, राज इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं से सीधा संवाद करते हुए हर लड़की को प्रेरित किया कि वे हर परिस्थिति में अपनी आवाज को बुलंद रखें और समाज में खुलकर अपनी भागीदारी निभाएं। सरल एवं सहज भाषा में छात्राओं से अपील की कि अपने परिवार एवं समाज को समझाएं एवं जागरूक करें कि बेटी ईश्वर की सर्वोत्तम कृति है और आज हर क्षेत्र में बेटों की अपेक्षा अपनी पहचान अग्रिम पंक्ति में बना रही हैं।
उन्होंने कहा कि यदि हम सभी छात्र व छात्राएं प्रयास करेंगे तो निश्चित रूप से समाज में लड़कियों के प्रति मानसिक सोच में बदलाव आएगा एवं आने वाला कल एक खूबसूरत रूप लिए हुए होगा। उन्होंने बताया कि लिंगानुपात सुधार के लिए वे अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हुए बेटियों को प्रभावी रूप से जागरूक करेंगी और अभिभावकों की सोच को बदलते हुए रेवाड़ी जिला का लिंगानुपात बेहतर करने की दिशा में आगे बढ़ेंगी।