आपको बता दें कि नगर परिषद् में भ्रष्टाचार के कारण ईओ और एमई पर केस दर्ज हो चूका है, कई पोस्ट खाली पड़े होने के कारण शहर के विकास कार्य अटके हुए है. लम्बे समय के बाद आज हाउस की बैठक शुरू की गई थी. जिस बैठक में पार्षदों ने ये कहते हुए वॉकआउट कर दिया कि डीएसपी और इओ का व्यवहार ठीक नहीं होता और अधिकारी जानबूझकर विकास कार्यों को रोके हुए है.
वहीँ डीएमसी ने कहा कि विभिन्न कारणों की वजह से काफी समय तक इओ और एमइ की पोस्ट खाली थी और अब दो दिन पहले ही इओ ने कार्यभार संभाला है. उन्होंने कहा कि पार्षदों ने कॉलोनी की गलियों के नाम के बड़े साइन बोर्ड लगाने का सुझाव रखा था. जिसपर उन्होंने छोटे साइन बोर्ड लगाने को कहा …इस बात को लेकर पार्षद नाराज हो गए और वॉकआउट कर दिया.
बहराल पार्षद काफी समय तक नगर परिषद् में धरने पर बैठे रहे और डीएमसी नगर परिषद् से अपने कार्यालय चली गई. इस बीच हाउस की बैठक में जो प्रस्ताव पास होने थे वो सभी फिर से लटक गए. जिनमें सबसे बड़ा प्रस्ताव शहर की अनअप्रुड कॉलोनियों का था. हरियाणा में केवल रेवाड़ी नगर परिषद् द्वारा ही ये प्रस्ताव पास करके अभीतक भेजा नहीं गया है.