आपको बता दें कि रेवाड़ी जिले के बावल के रहने वाले राजेन्द्र नाम के किसान का स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में खाता है. जिसने कोई एटीएम कार्ड भी नहीं बनवाया हुआ है. कुछ समय पहले राजेन्द्र ने अपनी जमीन बेची थी. जिसकी राशी राजेन्द्र के खाते में जमा थी. चार अक्टूबर का राजेन्द्र को पैसे की जरूरत थी तो वो बैंक में पैसे निकलवाने गया था.
जहाँ पास बुक में एंट्री कराई गई तो पता चला कि उसके खाते से 46 लाख रूपए की नगदी साफ़ हो चुकी है. इतनी बड़ी राशी खाते से साफ़ होने का पता लगते ही किसान के पैरों के नीचे से मानों जमीन खिसक गई हो. किसी तरह से पैसे वापिस आ जाएँ इसके लिए किसान राजेन्द्र ने बैंक अधिकारी से शिकायत की , फिर बावल थाना में शिकायत की. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद राजेन्द्र किसी को साथ लेकर रेवाड़ी साइबर थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई.
इस घटना के बाद किसान का रो –रो कर बुरा हाल है. वो बार–बार पुलिस से यहीं मांग कर रहा है कि किसी तरह से उसके पैसे वापिस दिला दिए जाएँ. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है और पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द पता लगायेंगे कि पैसे आखिर कहाँ गए. शुरूआती तौर पर सामने आया है कि किसान राजेन्द्र का एक मोबाइल नम्बर बैंक खाते से अटैच था. जो नम्बर काफी समय पहले गुम हो गया था.
राजेन्द्र ने वो नम्बर ना ही बंद कराया और ना ही बैंक खाते से हटवाया. किसान को जब जरूरत होती वो आधार कार्ड से पैसे निकलवा लेता था. इसी बात का ठगों ने फायदा उठाया और अलग –अलग समय पर कई ट्रांजेक्शन करके 46 लाख रूपए खाते से साफ़ कर दिए.
मामले की जाँच जारी
पुलिस का कहना है कि मामले की जाँच जारी है. लेकिन वो साथ ही लोगों से अपील करते है कि साइबर फ्रोड से बचने के लिए जागरूकता ही एक मात्र तरीका है. बहराल पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और पता लगाया जा रहा है कि कौन किसान के नम्बर का इस्तेमाल कर रहा है. ट्रांजेक्शन कैसे और कहाँ – कहाँ हुई है.