केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेडेड रैपिड एक्शन प्लान अवधि के दौरान राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण को कम करने के उपायों के कार्यान्वयन की निगरानी की जा रही है। एनसीआर में पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं और गाइडलाइन का पूरी तरह से फॉलो किया जा रहा है। यह बात डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कही। वे केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से गुरूवार को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के सभी उपायुक्त के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस उपरांत संबंधित अधिकारियों को जानकारी दे रहे थे।
डीसी ने बताया कि आयोग की ओर से पर्यावरण संरक्षण की इस कार्य योजना में पराली प्रबंधन, धूल प्रदूषण, वाहनों से निकलने वाले धुएं, खुले में कचरा जलाने, औद्योगिक प्रदूषण, ग्रीन वॉर रूम, प्रदूषण हॉटस्पॉट, स्मॉग टॉवर, ई-कचरा पार्क, वृक्षारोपण, ईको-फार्मिंग, जनभागीदारी, पटाखों पर के प्रबंधों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं जिनकी संबंधित विभाग की ओर से नियमित मॉनिटिरिंग सुनिश्चित की जाए।
डीसी ने बताया कि सर्दियों के मौसम में प्रदूषण के स्तर को कम रखने के लिए दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू किया है। इसमें प्रदूषण के अलग-अलग स्तर के साथ ही अलग-अलग प्रतिबंधात्मक कदम उठाने की व्यवस्था है। गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एक अक्तूबर से इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं, ताकि हवा को खराब होने से पहले ही प्रदूषण के कारकों की रोकथाम की जा सके। इसी के मद्देनजर ये कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर सभी को सजगता अपनानी है और मानवीय आधार पर भी प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में कदम उठाए जाएं।
इस अवसर पर डीएफओ सुंदर सांबरिया, एक्सईएन लोक निर्माण विभाग आदित्य देशवाल, एक्सईएन नप अजय सिक्का, डीएफएसओ अमित शेखावत सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।