एसपी राजेश कुमार ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रावण मास में शिवरात्रि पर अत्यधिक लोग गंगोत्री व हरिद्वार से कांवड में गंगा जल लाकर अपने-2 गांवों, कस्बों व शहरों के मंदिरों में शंकर भगवान पर चढ़ाते है। उन्होंने कहा कि एसएचओ स्वयं अपने-2 थाना क्षेत्र में गश्त कर कांवड़ियों की सुरक्षा इंतजामों पर निगरानी रखेंगे। कांवड़ियों के लिए बनाए गए शिवरों व कांवड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी रखने के लिए सुरक्षा एजेंट को लगाया गया है।
एसपी ने कहा कि किसी भी शिवभक्त/कांवड़ियों को यात्रा के दौरान रास्ते मे लगे कांवड़ शिविर में अपने आस-पास कोई भी असामाजिक तत्व कांवरिया के रूप में दिखाई देता है तो उसकी सूचना तुरन्त शिविर संचालक व पुलिस को दें। उन्होने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए है कि उनके क्षेत्र में सड़क पर लगाए गए सभी कांवड़ शिविरों के सामने सड़क पर दोनो तरफ कच्चे स्पीड ब्रेकर बनवाए ताकि शिविर में आते-जाते समय शिव भक्त/कांवड़ियों की सुरक्षा की जा सके।
उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिया है कि वे अपने-2 क्षेत्र के सभी ट्रांसपोर्टरों से व्यक्तिगत रूप से मिलें तथा उन्हें बताए कि वे अपने वाहन चालकों को कांवड़ यात्रा के दौरान गाड़ियों को धीरे चलाने के लिए निर्देश दे। एसपी ने कहा कि तमाम पुलिस अधिकारी अपने-2 क्षेत्र में असामाजिक तत्वों पर नजर रखे व अपने-2 एरिया में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने पर पूरा फोकस रखें।
एसपी ने की श्रद्धालुओं से अपील
एसपी ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वे सड़क के बीच में न चलकर एक साईड में चलें तथा सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करते हुए ट्रैफिक व कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करे। कांवड़ यात्रा के दौरान अपना पहचान पत्र साथ लेकर जाएं। ध्वनि प्रदूषण के संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी किये निर्देशों की पालना करें। पुलिस अधीक्षक महोदय ने सभी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील करते हुए कहा की शांति कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें।
अनुमति लेकर लगाएं कांवड़ शिविर
जिले में कावड़ियों की सेवा व विश्राम करने के लिए यात्रा के दौरान विभिन्न संस्थाओं व श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाए जाते है। प्रशासन से अनुमति लेकर शिविर लगाएं और निर्धारित किये नियमों की पालना करे। सड़क से 20 फुट अंदर शिविर का पंडाल लगाए। पार्किग व्वस्था भी सड़क से दूर रखनी होगी, साथ ही बेरिगेटिंग करवाएं। पंडाल पर पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था करें।
हाईवे पर बनाया जाएगा अगल रास्ता:
कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए दिल्ली-जयपुर हाईवे नंबर-48, रोहतक-बावल हाईवे नंबर-352 व रेवाड़ी-नारनौल हाईवे नंबर 11 पर कांवड़ियों के चलने व सुरक्षा के लिए बाई ओर रस्सी लगा अगल से रास्ता बनाया जाएगा। एक क्रेन धारूहेड़ा बस स्टैंड व एक क्रेन बनीपुर चौक पर तैनात की जाएगी। इसके अतिरिक्त पुलिस की पीसीआर भी लगातार गश्त पर रहेगी। मुख्य प्वाइंट पर ट्रैफिक के जवान भी तैनात रहेंगे। शहर में में यातायात व्यवस्था व कांवड़ियों के आवागमन की सुविधा के लिए भी सुचारू रूप से व्यवस्था की जाएगी।
संबंधित थानों में सूचना दें कांवड़िये
कांवड़ लेने के लिए जाने वाले सभी कांवडिये अपने संबंधित थाना में जाने से पहले सूचना अवश्य दें। सभी कांवडिये अपने-अपने क्षेत्र के थाना में अपना नाम, मोबाइल नंबर व वाहन के नंबरों की जानकारी जरूर दें ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें प्रशासनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके।
उत्तराखंड पुलिस द्वारा इस बार कांवड़ियों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की गई है। उत्तराखंड पुलिस के अनुसार इस सुविधा से कांवड़ यात्रियों को किसी भी परिस्थिति में मदद पहुंचाई जा सकेगी। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा कांवड़ यात्रियों के लिए अधिकारिक रजिस्ट्रेशन पोर्टल https://policecitizenportal.uk.gov.in/Kavad लांच किया गया है। कांवड़ लेने जाने वाले कांवड़ियों को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।