अपने कारनामो के कारण सुर्खियों में रहने वाली रेवाड़ी नगर परिषद इन दिनों अधिकारियों के बीच मचे घमसान के कारण सुर्ख़ियों में है. पिछले दिनों नगर पार्षदों ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था जो मामला केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत तक पहुँचा था. जिसके बाद कुछ दिन पहले नगर परिषद् के कार्यकारी अभियंता ने इस्तीफा दे दिया था और अभी भी नगर परिषद् के दो बड़े अधिकारियों के बीच तालमेल गड़बड़ाया हुआ है. यही वजह है कि विपक्ष भी नगर परिषद में चल रहे घमासान पर सरकार पर निशाना साध रहा है.
पूर्व मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव का बयान
पूर्व मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव ने कहा कि नगर परिषद में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है. प्रोपर्टी आईडी बनाने के नाम पर मोटी घूस ली जा रही है. उन्होंने कहा कि हाल में जिस कार्यकारी अभियंता ने इस्तीफा दिया है वो इसलिए नौकरी छोड़कर भाग रहे है. क्योंकि उसने भारी घोटाला किया हुआ है. कप्तान अजय ने कहा कि अगर कमेटी में डीएमसी और ईओ आपस में बात नहीं करेंगे तो कमेटी कैसे चलेगी.
आपको बता दें कि नगर परिषद् के दो अधिकारियो के बीच इतनी रार बढ़ी हुई है कि ये मामला जिला अधिकारियों से लेकर चड़ीगढ़ तक पहुँच गया है. डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों और पार्षदों को साथ लेकर वो बैठक करेंगे और कोई ठोस वजह निकलकर सामने आती है तो कार्रवाई करेंगे.
आपको बता दें कि पिछले दिनों स्टेट विजिलेंस टीम ने नगर परिषद रेवाड़ी के एमई और ईओ के खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत केस दर्ज किया था. आरोप था कि एनडीसी जारी करने की एवज में शहर के एक व्यक्ति से घूस मांगी गई थी. वो मामला भी एक तरह से ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है और रोजाना प्रोपर्टी आईडी से जुडी अलग–अलग समस्याएँ लोगों के सामने आ रही है. जिनका समाधान होता नजर नहीं आ रहा है .