कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव कोसली विधानसभा क्षेत्र के गांव डहीना में अनेक विकास कार्यों का उद्घाटन करने के उपरांत आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने गांव में डी-प्लान स्कीम के तहत निर्मित गंदे पानी की निकासी की पाइप लाइन तथा बाबा शायर वाले मंदिर के रास्ते का उद्घाटन कर ग्रामीणों को समर्पित किया। उन्होंने बाबा शायर वाले मंदिर के विकास एवं उद्धार के लिए 21 लाख रुपये देने की घोषणा भी की। इससे पूर्व कार्यक्रम में पहुंचने पर आयोजकों व ग्रामीणों की ओर से मुख्य अतिथि कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव का फूलमालाओं, पगड़ी व स्मृति चिह्न प्रदान कर जोरदार स्वागत किया गया।
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि कोसली विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं के समाधान कराने को लेकर वह कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहरलाल का भी इस क्षेत्र की ओर विशेष फोकस है। जनसहयोग के साथ विकास की गति को किसी भी हाल में रुकने नहीं दिया जाएगा।
भाजपा की सरकार अन्तोदय के सिद्धांत पर कर रही कार्य
यादव ने कहा कि असली विकास का रास्ता हमारे गांवों से होकर निकलता है। इसी मूल मंत्र के साथ अनेक परियोजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुचाने का बीड़ा मौजूदा भाजपा सरकार ने उठाया है। ग्रामीणों से सीधा संवाद करते हुए लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में भाजपा सरकार गरीबों के लिए कार्य कर रही है। सबका साथ-सबका विकास हमारी सरकार की अच्छी सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार अन्तोदय के सिद्धांत पर कार्य कर रही है ताकि समाज की अन्तिम पंक्ति में खड़े गरीब व्यक्ति को पूरा लाभ मिले।
कोसली के विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश के मुखिया एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में कोसली हलका में कोरोना के चलते हुए भी विकास कार्यों को निरंतर गति प्रदान की जा रही है। इतना ही नहीं कोरोना काल में भी प्रदेश सरकार ने विकास का पहिया रुकने नहीं दिया।
बारी-बारी से किया जाएगा समस्या का समाधान
मुख्य अतिथि यादव ने ग्रामीणों की जनसमस्याओं को सुनते हुए कहा कि क्षेत्र के गांवों की प्रमुख समस्याओं को चिंहित करते हुए बारी-बारी से समाधान कराया जायेगा। इतना ही नहीं कोसली विधानसभा क्षेत्र मे चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करने के पीछे उनका मकसद भी यही है कि विकास कार्यों में कही किसी तरह की लापरवाही या अनियमितता तो नहीं बरती गई है या गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता किया गया है उस पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही भी मौके पर ही तय की जा सके।