रेवाड़ी के ट्रोमा सेंटर में भर्ती सुनीता नाम की ये महिला पलवल की रहने वाली है. जिसकी शादी 17 साल पहले रेवाड़ी के मॉडल टाउन के रहने वाले गणेश के साथ हुई थी. महिला के तीन बच्चे है. घरेलू विवाद के चलते पीड़ित महिला अपने बच्चों के साथ डेढ़ साल तक मायके में भी रह चुकी है. जिसे समझौते के बाद रेवाड़ी लाया गया था.
पीड़िता ने बताया कि रविवार को उसका पति आया और परचून की दूकान से सामान लाने की बात को लेकर झगड़ा करने लगा. जिसके महिला के साथ मारपीट करते हुए महिला को छत से फैकने को कोशिश की गई और जान से मारने की धमकी दी गई.
जिसके बाद उसके पति ने गाड़ी से चाकू निकाला और उसके गले पर वार करने की कोशिश की और महिला ने हाथ से बचाव किया तो चाकू उसके हाथ में लगा. पीड़िता महिला की बेटी ने कहा कि मम्मी ने गली में भागकर अपनी जान बचाई. उसने फोन किया तो पुलिस घर पर आई.
इस मामले में पुलिस महिला के बयान दर्ज कर मामले की जाँच कर रही है.
अपडेट : दो दिन बाद महिला के पति ने सीसीटीवी फुटेज जारी करके आरोपों को झूठा बताया है. पति गणेश लखेरा ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है. वो अपनी पत्नी के नजदीक तक नहीं गए. उसकी पत्नी पेड़ के पिछे जाती है और खुद हाथ काटकर बाहर आती है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में लेकर तफ्तीश शुरू कर दी है.