कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या होने के बाद अब निहंगों ने धरनास्थल से वापस लौटने को लेकर जनमत संग्रह करवाने का फैसला लिया है। निहंग 27 अक्तूबर को कुंडली बॉर्डर पर धार्मिक एकत्रता की बैठक करेंगे। इसी बैठक में जनमत संग्रह के आधार पर ही फैसला लेंगे कि उन्हें वापस जाना चाहिए या नहीं।
निहंग बाबा राजा रामसिंह का कहना है कि वे कुंडली बॉर्डर पर किसानों की हिफाजत के लिए बैठे हैं। हमेशा से वे आंदोलनों में किसानों व सिखों की हिफाजत करते आए हैं।इस बैठक में सिख कौम के बुद्धिजीवियों के अलावा संगत भी शामिल होगी।
यहां निहंग जो फैसला लेंगे, उसे पूरी संगत मानेगी। निहंग बाबा राजा रामसिंह ने कहा कि हम भागने वालों में से नहीं है। जो हमने किया है, उसे स्वीकार किया है। अदालत में हमारे साथियों ने स्वीकार किया है। जनमत संग्रह के लिए व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं। उन नंबरों को पूरे देश में फैलाने की अपील की गई है। जिससे अधिक से अधिक लोगों की राय लेकर फैसला लिया जा सके।
Source: amar ujala