धारूहेड़ा में 13 साल के लड़के ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। दो बहनों के इकलौते भाई की आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। धारूहेड़ा थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मूल रूप से बिहार का रहने वाला मदन दास फिलहाल धारूहेड़ा के वार्ड नंबर-5 में परिवार के साथ रहता है। मदन खुद एक होटल में काम करता है, उसकी पत्नी मजदूरी करती है।
बुधवार रात मदन दास का इकलौता बेटा पुष्पेन्द्र घर के एक कमरे में फंदे पर लटका मिला। उस समय मदन लाल और उसकी पत्नी दोनों काम पर गए थे। बड़ी बहन ने पुष्पेन्द्र को लटका देख शोर मचाया। उसके बाद आसपास के लोगों ने तुरंत कमरे में पहुंचकर उसे नीचे उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद धारूहेड़ा थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंची। गुरुवार को उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पुष्पेन्द्र की बड़ी बहन बीए की पढ़ाई कर रही है और दूसरे नंबर की बहन 12वीं में पढ़ रही है। पुष्पेन्द्र खुद 8वीं कक्षा का छात्र था। उसने आत्महत्या क्यों की, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। परिजनों का कहना है कि पुष्पेन्द्र ने न तो परिजनों से कुछ कहा और न ही उसकी बहनों से कोई बात हुई। आखिर फिर उसने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम क्यों उठाया इसकी पुलिस जांच कर रही है।