किसानों से जुड़े तीन काले कानुनों के खिलाफ किसानों द्वारा किए जाने वाले आंदोलन को दबाने के लिए सरकार द्वारा आंदोलन में शामिल बडे नेताओं की गिरफ्तारी की विधायक चिरंजीव राव ने कडे शब्दों में निंदा व्यक्त की है। चिरंजीव राव ने कहा कि हरियाणा सरकार किसान नेताओं को रात के अंधेरे में ऐसे गिरफ्तार कर रही है जैसे देश आजाद होने से पहले क्रांतिकारी नेताओं को अंग्रेज गिरफ्तार किया करते थे। इस दमनकारी सरकार से भी जल्द देश और प्रदेश को आजादी मिलेगी। राव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस आंदोलन में किसान भाईयों के साथ है। जरूरत पडी तो हम भी गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस तानाशाही सरकार से दबने वाले नही हैं। हरियाणा सरकार किसानों को तुरंत प्रभाव से रिहा करे।विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि आंदोलनरत किसानों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। क्या अब किसान अपने हक के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आवाज भी नही उठा सकते ? रातों रात रेड मार कर किसान नेताओं की धरपकड कर सरकार क्या साबित करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि पहले पीपली में किसानों पर लाठीचार्ज, फिर सिरसा में किसानों पर अत्याचार और अब हरियाणा प्रदेश में किसानों की गिरफ्तारियां, भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का अनुचित कार्य है। कांग्रेस पार्टी लगातार इन तीन काले कानूनों के खिलाफ हर स्तर पर लडाई लड रही है। कांग्रेस पार्टी इस काले कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है। चिरंजीव राव ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जिसमें हर किसी को अपनी आवाज उठाने, शांति पूर्वक प्रदर्शन करने का मौलिक हक है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी ने भी हमें ये रास्ता दिखाया था। लेकिन मौजूदा सरकार लोकतंत्र में मिले इस मौलिक अधिकार को भी जबरदस्ती छीनने का काम कर रही है। जिसे कांग्रेस पार्टी कभी बर्दाश्त नही करेगी। श्री राव ने कहा कि एक तरफ पंजाब में जहां लोकतंत्र की मर्यादा को बहाल रखते हुए वहां की कांग्रेस सरकार किसानों को प्रदर्शन करने दे रही है। वहीं हरियाणा सरकार यहां किसानों की आवाज को कुचलने के लिए ओछे हथकंडे अपना रही है। जिससे सरकार की तानाशाही साफ झलक रही है।