रेवाड़ी में सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजूकेशन (CBSE) के बाहरवीं क्लास के कैमिस्ट्री के पेपर लीक होने के बाद CBSE के एक्जाम कराने के pपैटर्न पर सवाल खड़े हो रहे है. स्कूल संचालक और होनहार छात्र कह रहे है कि अगर ऐसे ही नक़ल कराके छात्रों को पास कराया जाता रहा तो आखिर कौन पढ़ेगा और जब नक़ल करके कोई बच्चा पास होगा तो वो भविष्य में देश के लिए कैसा और कितना योगदान देगा ये आप समझ सकते है.
देश के भविष्य यानी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर और हाल में हुए पेपर को रद्द करने की मांग को लेकर आज दो प्राइवेट स्कूलों के छात्र जिला सचिवालय पहुँचे, जिन्होंने सीटीएम को ज्ञापन सौंपकर पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. और CBSE के पेपर कराने के पैटर्न पर भी सवाल खड़े किये.
आपको बता दें कि दो CBSE की फर्स्ट टर्म की परीक्षाओं चल रही है. दो दिन पहले कैमिस्ट्री का पेपर हुआ था. जो पेपर परीक्षा के समय एक घंटे पहले ही बच्चों के मोबाइल फोन पर आंसर की के साथ वायरल हो रहा था. जिसकी शिकायत भारतीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक दीपक यादव ने CBSE को मेल करके की थी. लेकिन ना कोई कार्रवाई की गई और ना कोई जवाब दिया गया. जिसके बाद आज रेवाड़ी के भारतीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल और सरस्वती विद्या स्कूल निकेतन स्कूल के दसवीं और बारहवीं के छात्र जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने जिला सचिवालय पहुंचे. जहाँ नगराधीश को बच्चों ने ज्ञापन सौंपा .
छात्रों का कहना है कि पेपर लीक करना और चीटिंग करके पास कराना ये पढने वाले छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. इसलिए पेपर कराने की प्राणाली को सुधारा जाएँ. साथ ही लीक हुए कैमिस्ट्री के पेपर को रद्द करके दौबारा कराया जाएँ या फिर जो फाइनल टर्म का पेपर होगा , केवल उसी के नम्बर जोड़े जाएँ.
वहीँ बच्चों को मेहनत करके आगे बढ़ने का रास्ता दिखाने वाले गुरुजनों ने भी CBSE के कार्यशैली pपर सवाल खड़े किये है. जिन्होंने कहा कि इस बार CBSE ने जिन स्कूलों के बच्चे थे उन्ही स्कूलों में एक्जाम सेंटर दे दिया और एक्जाम में उसी स्कूल के टीचर्स की ड्यूटी लगा दी. ऐसे में आप समझ सकते है कि अपने बच्चों को अच्छे नम्बर दिलाने के लिए क्या किया होगा. वहीँ इस मामले में नगराधीश ने ज्ञापन CBSE को भेजने और उचित कार्रवाई करने का आश्वाशन दिया है.
बहराल अभी तक CBSE द्वारा कोई बयान जारी नहीं किया है और ना ही कोई कार्रवाई अभीतक की गई है. ऐसे में सवाल ये कि आखिर ऐसे ही पेपर लीक करके नक़ल करके बच्चे पास होंगे तो पढ़ाने वाला बच्चा भी पढ़ाई क्यों करेगा और इसका समाज पर देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा ये भी आप समझ सकते है. जरुरी है कि काबिल बच्चे को उसका अधिकार मिले |