आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में जब भी हमें थोड़ा रेस्ट मिलता है, उस वक्त ही हमारी आंखों को आराम (Eye Care)मिल पाता है. कभी-कभी तो ऐसा भी होता है, कि हम शरीर को रेस्ट देने के लिए लेट जाते हैं, लेकिन हमारी आंखे खुली रहती है. उस वक्त या तो हम फोन देख रहे होते हैं या फिर हमारा ध्यान टीवी में होता है. मतलब हम घंटों लैपटॉप-कंप्यूटर बैठे रहे, या बाइक चलाकर लंबी दूरी तय करके आएं फिर भी हम अपनी आंखों को रेस्ट नहीं देते.
दरअसल, हम आंखों का उतना ध्यान नहीं रखते हैं जितना शरीर के अन्य हिस्सों पर देते हैं. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक हमें आंखों की केयर के लिए 4 काम जरूर करने चाहिए.
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डेली एक्सरसाइज करें
रोजाना एक्सरसाइज करने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और ग्लूकोमा (Glaucoma) का खतरा 25 प्रतिशत तक कम हो जाता है. इतना ही नहीं पहले से ग्लूकोमा होने पर उसे अच्छे तरीके से मैनेज भी किया जा सकता है. ग्लूकोमा को आम भाषा में काला मोतियाबिंद भी कहते हैं. इससे आंखों की रोशनी जाने लगती है.
फल, सब्जियां नट्स जरूर खाएं
एक स्टडी के मुताबिक अगर आप अपनी डाइट सही रखेंगे तो बढ़ती उम्र के साथ नजर कमजोर होने का खतरा 25 प्रतिशत तक कम हो जाएगा. 2021 में प्रकाशित एज रिलेटेड आई डिजीज स्टडी में पाया गया कि कुछ विशेष न्यूट्रिएंट्स जैसे, जिंक, कॉपर, विटामिन सी, विटामिन ई और बीटा केरोटीन के सेवन से बढ़ती उम्र के साथ रोशनी कम होने का खतरा 25 प्रतिशत तक कम होता है.
स्मोकिंग न करें
रिपोर्ट के मुताबिक स्मोकिंग करने वालों में आंख की रोशनी जाने का खतरा 4 गुना अधिक होता है. तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन आंख की मैक्युला को व्यापक नुकसान पहुंचाता है. मैक्युला रेटिना का वह हिस्सा होता है जो हमें दूर तक देखने में मदद करता है. मैक्युला को नुकसान पहुंचने से आंख से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा बना रहता है.
20-20-20 नियम को मानें
ये एक ऐसा नियम है जिसे अगर आप मानेंगे तो ड्राई आई जैसे सिन्ड्रोम का खतरा 90 फीसदी तक कम हो जाएगा. इसे कुछ इस तरह से करते हैं. अगर आप लंबे समय तक लैपटॉप या कंप्यूटर स्क्रीन पर काम कर रहे हैं तो आपको करना ये है कि हर 20 मिनट के बाद, 20 फुट दूर स्थित किसी वस्तु (खिड़की, पेड़, कुर्सी, टेबल आदि) को 20 सेकंड तक देखना है.