कोरोना महामारी के चलते बच्चे और बड़ो का काम घर से ही चल रहा है. Work From Home के चलते लोगों के कई तरह के खर्च भी बढ़ गए हैं. सबसे ज्यादा खर्च इंटरनेट, टेलीफोन, फर्नीचर और बिजली के बिल पर बढ़ा है. अबकी बार के बजट में भी वर्क फ्रॉम होम करने वालों को बड़ी राहत मिल सकती है.
यूनियन बजट में पिछले कुछ सालों से नौकरी पेशा को सरकार की ओर से कोई भी खास रियायत नहीं दी गई है. ऐसे में अब की बार उम्मीद जताई जा रही है कि लोंगो को वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) अलाउंस की सौगात मिल सकती है. पिछले दिनों टैक्स सर्विसेज और फाइनेंशियल सर्विस देने वाली कंपनी Deloitte india ने नौकरी पेशा करने वाले लोगों को वर्क फ्रॉम होम अलाउंस देने की मांग भी की है.
Deloitte india कंपनी द्वारा की गई मांग में यह स्पष्ट कहा गया कि यदि सरकार सीधे तौर पर अलाउंस लोगों को नहीं दे सकती, तो वह आयकर में छूट का प्रावधान तो कर ही सकती है. इस कंपनी की मांग पर वित्त मंत्री ने विचार किया तो घर से काम करने वाले कर्मचारियों को ₹50000 तक का वर्क फ्रॉम होम अलाउंस मिल सकता है. इसी प्रकार ही इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया ने भी बजट को लेकर इसी तरह की सिफारिशें की है. ICAI की तरफ से यह भी मांग की गई है कि टैक्सपेयर को स्टैंडर्ड डिडक्शन में रिलीफ देने के लिए लिमिट बढ़ाई जाने की आवश्यकता है. इनकम टैक्स के तहत अभी स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट ₹50 हजार है, इसे बढ़ाकर ₹1लाख किए जाने की मांग की जा रही है.