- संकट की घड़ी में लोगों के लिए देवदूत बने जसपाल सिंह
रेवाड़ी, 31 मई। कोविड काल में सैकड़ों लोगों को ऑक्सीजन रूपी प्राणवायु पहुंचाकर उनका जीवन बचाने वाले जम्मू कश्मीर निवासी जसपाल सिंह लोगों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं हैं, उसे इस संकटकाल में रेवाडी का रीयल हीरो कहे तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। ऑक्सीजन टैंकर के माध्यम से दिन-रात पानीपत से रेवाड़ी ऑïक्सीजन की सप्लाई पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले जसपाल सिंह चालक की कार्यशैली की स्वयं उपायुक्त यशेन्द्र सिंह व अन्य अधिकारियों और जिला के लोगों ने भी सराहना की है और उसका पूरा ध्यान रखा है। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बावल स्थित ऑक्सीजन रिफील सेंटर का नौ बार दौरा किया और जैसे ही ऑक्सीजन का टैंकर लेकर जसपाल सिंह पहुंचते तो उपायुक्त उसकी पीठ थपथपाने में कमी नहीं छोडते थे।
जब रेवाड़ी में अप्रैल माह के दौरान ऑक्सीजन को लेकर अफरा-तफरी मची हुई थी तब जम्मू कश्मीर के रहने वाले 42 वर्षीय जसपाल सिंह ने जिला रेवाड़ी में ऑक्सीजन सप्लाई करने का जिम्मा लिया और 17 अप्रैल से आज तक लगातार रेवाड़ी स्थित अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी को पूरा करने के लिए ऑक्सीजन टैंकर को समय सीमा से पहले पहुंचाने का कार्य किया। उन्होंने संकट की घड़ी में ऑक्सीजन की सप्लाई पहुंचाकर सैकड़ों लोगों की जान बचाई और लोगों के लिए देवदूत साबित हुए। जसपाल सिंह पानीपत से ऑक्सीजन टैंकर से रेवाडी जिला में ऑक्सीजन की सप्लाई पहुंचाने का कार्य कर रहे है। जसपाल सिंह का कहना है कि इस महामारी में वह मरीजों को ऑक्सीजन पहुंचाकर उसकी जान बचाने में कामयाब होते हैं तो इससे उन्हें सकून मिलता है। वे मुश्किल वक्त में सभी लोगों से हिम्मत ना हारने और कोरोना के साथ लड़ाई जारी रखने का सन्देश देते हैं।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने जसपाल सिंह चालक के बारे में बताया कि उन्होंने ऑक्सीजन का टैंकर पानीपत से रेवाडी स्थित बावल रिफिल सेंटर में समय सीमा में पहुंचाने में कभी कमी नहीं छोड़ी। उन्होंने कभी भी यह नहीं कहा कि उन्हें रैस्ट की आवश्यकता है। डीसी ने कहा कि जसपाल सिंह चालक को जिला प्रशासन की तरफ से सम्मानित भी किया जाएगा। डीसी ने कहा कि जसपाल सिंह के जैसे सैकड़ों लोग इस कोरोना काल में अपनी तरफ से पीडि़तों की मदद के लिए योगदान देकर मानवता का परिचय दे रहे है। हमें जसपाल सिंह जैसे लोगों पर गर्व होना चाहिए।