रेवाड़ी – रोहतक हाइवे स्थित गंगायचा टोल प्लाजा के जो कर्मचारी एक दिन पहले टोल चालू कराने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे, आज वो किसान आन्दोलन के समर्थन में आ गए है. जिन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें तीन महीने से वेतन नहीं दिया जा रहा है. और अब नौकरी से हटाने की धमकी देकर उनपर धरना देने का दबाव बनाया गया. लेकिन आज टोल कर्मी किसानों के सामने लगाये गए धरना स्थल को खाली कर किसानों के पंडाल में आकर बैठ गए. संयुक्त किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र कामरेड ने कहा है कि ये साजिश के तहत कर्मचारियों को उनके सामने खड़ा किया गया था. लेकिन ये किसान के बच्चे है जो समझ गए .और अब टोल कम्पनी के खिलाफ भी कर्मचारियों के हकों की लड़ाई लड़ी जायेगी .
आपको बता दें कि किसान आन्दोलन के दौरान रेवाड़ी का गंगायचा टोल प्लाजा 27 सितंबर तक चालू था . जिसे संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर की सुबह बंद करा वहीँ ढेरा डाल लिया था. और तब से ही लगातार टोल को फ्री कराकर किसान आन्दोलन कर रहे है. इस टोल फ्री कराने के मामले में टोल कम्पनी ने 120 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया हुआ है. और दो दिन पहले टोल कम्पनी ने कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी खत्म होने का हवाला देते हुए धरना प्रदर्शन भी कराया था.
गंगायचा टोल स्थित एक तरफ संयुक्त किसान मोर्चा तो दूसरी तरफ टोल कर्मचारियों का अनशन शुरू हुआ . अब आज टोल कर्मचारियों ने कहा है कि उनपर वेतन ना देने और नौकरी से हटाने का दबाव बनाया गया . जिसके कारण उन्होंने अनशन शुरू किया था . जिन लोगों ने अनशन पर बैठने से मना किया था . उन तीन कर्मचारियों को पहले ही कम्पनी बिना नोटिस दिए हटा चुकी है. राजेन्द्र कामरेड ने कहा कि टोल कर्मियों के हकों के लिए अब भूख हडताल भी की जायेगी .