रेवाड़ी जिले के गाँव कृष्ण नगर निवासी व् उद्योगपति जितेन्द्र यादव ने अपने बेटे विक्रांत यादव की शादी बीना दहेज़ के करके समाज को एक सन्देश देने को कोशिस की है. ताकि हमारे समाज में फैली दहेज़ की बीमारी को jजड़ से खत्म किया जा सकें. उन्होंने लग्न समारोह के दौरान एक रूपए का शगुन लिया था और विदाई कार्यक्रम के दौरान पुत्रवधू के गाँव के सरकारी स्कूल की टॉपर बेटी को 21 हजार रूपए का ईनाम देने की बात कहीं है. साथ वे 11 हजार रूपए बनवासी कल्याण आश्रम में दान करेंगे जहाँ गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है. इसके आलावा वर –वधू दोनों पक्षों ने 11-11 हजार रूपए गौशाला में दान किया है.
दोस्ती ऐसे रिश्तेदारी में बदली
आपको बता दें कि जितेन्द्र यादव महाबीर पाइप कम्पनी के मालिक है और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला सह संपर्क प्रमुख भी है. जिनकी दोस्ती अजय कुमार मनेठी से है जो हाल में गुरुटेक सोसाइटी में रहते है. कोरोना काल में अजय कुमार की पत्नी अंजू देवी कोरोना पॉजिटिव हो गई थी. इस महामारी के दौरान जब काफी जगहों पर अपनों ने भी साथ छोड़ दिया था उस वक्त जितेन्द्र यादव और उनके दोस्त नरेश प्रधान ने हर तरह से दोस्त अजय कुमार की मदद की.
जिसके बाद अजय कुमार ने दोस्ती को रिशतेदारी में बदलने को कहा और जितेन्द्र यादव ने भी तुरंत हाँ कर दी. अजय कुमार की बेटी तमन्ना डीयू से एमएससी की है और जितेन्द्र यादव के बेटे विक्रांत यादव एमबीए करने के बाद अपने पिता का कारोबार संभाल रहें है.
टॉपर बेटी को भी 21 हजार रूपए से करेंगे प्रोत्साहित
पिछले कुछ दिनों में आपने देखा कि सोशल मीडिया पर दहेजलोभियों की ऑडियो या वीडियो वायरल हुई. मीडिया में भी आई ख़बरों से लोगों को पता चला कि आज भी दहेज़लोभी लोग समाज को कलंकित कर रहे है. जिसे देखते हुए समाज में अच्छा सन्देश देने के लिए उद्योगपति जितेन्द्र यादव ने अपने बेटे की बीना दहेज़ शादी करके एक बड़ा सन्देश दिया है.
15 फ़रवरी को नाहड़ रोड़ कोसली स्थित रामजीलाल फार्म पर हुए लग्न समारोह में उन्होंने केवल एक रूपए का शगुन लिया था और अपने गाँव के सरकारी स्कूल की 12वीं की टॉपर बेटी को 21 हजार रूपए ईनाम देने की बात कहीं. 19 फ़रवरी को शादी समारोह के बाद विदाई के दौरान जितेन्द्र यादव ने कहा कि पुत्रवधू के गाँव मनेठी के सरकारी स्कूल की 12वीं में टॉपर बेटी को भी वो 21 हजार रूपए देंगे.
जितेन्द्र यादव ने बताया कि वो व्यापार करने के साथ सामाजिक कार्यों से भी जुड़े हुए है. उनके दोस्त अजय कुमार भी सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते है. जिनका मानना है कि बदलाव खुद से करना चाहिए. उन्होंने सभी से अपील भी की है कि जिस तरह से कोरोना महामारी स देश मिलकर लड़ा था उसी तरह से समाज में फैली दहेज़ नाम की बिमारी को भी जड़ से खत्म करना जरुरी है.