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हरियाणा की सबसे कम उम्र की नंदिनी को मिला हरियाणा साहित्य अकादमी पुरस्कार

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हरियाणा की सबसे कम उम्र की नंदिनी को मिला हरियाणा साहित्य अकादमी पुरस्कार

रेवाड़ी के विकास नगर की रहने वाली नंदिनी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया है. नंदिनी हरियाणा की सबसे कम उम्र की युवा साहित्यकार है. जिसे महज 19 वर्ष की उम्र में हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2020 के स्वामी विवेकानंद स्वर्ण जयंती युवा लेखक सम्मान से सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ है ।

 

नंदनी की माँ डॉ. कमलेश कुमारी व् पिता रवि कुमार ने बताया कि गुरुवार को पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा नंदिनी को उनकी पहली कृति ‘बुलबुल पंख’ के लिए इस सम्मान से अलंकृत किया गया है। इस सम्मान के तहत उन्हें पचास हजार रुपए, शॉल, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि इस सम्मान को पाने वाली नंदिनी हरियाणा की सबसे कम उम्र की रचनाकार है।

हरियाणा की सबसे कम उम्र की नंदिनी को मिला हरियाणा साहित्य अकादमी पुरस्कार

पर्यावरण प्रेमी भी है नंदिनी 

मंच पर ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नंदिनी के द्वारा किए जाने वाले सामाजिक कार्यों की सराहना करते हुए शाबाशी भी दी। उल्लेखनीय है कि हिंदी और अंग्रेजी में समान रूप से लेखन करने वाली नंदिनी ने साहित्य के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपनी बहु आयामी कलात्मक उपस्थिति दर्ज करवाई है। मूल रूप से रेवाड़ी के गांव पुंसिका निवासी तथा वर्तमान में शहर के विकास नगर में रह रही नंदिनी ने पर्यावरण की पक्षधर, पोषक और सजग प्रहरी के रूप में पॉलिथीन मुक्त अभियान में अपने प्रेरक भूमिका निभाई है।

 

जिसके आधार पर जिला प्रशासन ने उन्हें रेवाड़ी के पॉलिथीन मुक्त अभियान का ब्रांड एंबेसडर मनोनीत किया है। साथ ही नंदिनी ने नृत्य, घुड़सवारी, पेंटिंग, गायन में अपने उत्कृष्टता के बूते पर विशेष पहचान बनाई है। फिलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी ऑनर्स में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा के रूप में वह अभी से सिविल सेवा के प्रति गंभीर है ।

 

अहीरवाल की यह होनहार बेटी बचपन से ही कला साहित्य और संगीत नृत्य में रुचि रही है। वहीं सातवीं कक्षा से ही मौलिक लेखन कर रही है। नंदिनी ने सिद्ध कर दिया कि बेटे और बेटी में कोई अंतर नहीं होता। नंदिनी ने अपने आगे बढ़ने की प्रेरणा स्रोत अपनी नानी, मां और अपने भाई हर्ष को बताया है.

नंदिनी को अकादमी पुरस्कार मिलने पर हास्य कवि हलचल हरियाणवी, साहित्यकार आलोक भांडोरिया, भूपसिंह भारती, राजेश भुलक्कड़, गौतम इलाहाबादी, दलबीर फूल, त्रिलोकचंद फतेहपुरी तथा विभिन्न सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी है।