यूक्रेन में फंसे रेवाड़ी जिला के विद्यार्थियों से जिला प्रशासन निरन्तर संपर्क में है। डीसी यशेन्द्र सिंह के दिशा निर्देशों के अनुरूप प्रशासनिक अधिकारी यूक्रेन में अध्ययन करने गए बच्चों के परिजनों से मिलकर उन्हें सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों का अपडेट दे रहे हैं। गौरतलब है कि रेवाड़ी जिला के यूक्रेन में कुल 48 बच्चे अध्ययनरत थे जिनमें से ऑपरेशन गंगा के तहत 23 बच्चे स्वदेश लौट आये जबकि 25 बच्चे जल्द लौटें इसके लिए प्रभावी ढंग से प्रयास किए जा रहे हैं।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारी यूक्रेन में फंसे भारतीयों के परिजनों तक पहुंच चुके हैं। विदेश में मौजूद जिला के अधिकतर विद्यार्थी पूरी तरह सुरक्षित है। अधिकांश बच्चे यूक्रेन व अन्य साथ लगते देशों में हैं और भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं। पूरी उम्मीद है कि भारत सरकार के प्रयासों से शीघ्र ही उनकी भी स्वदेश वापसी जल्द होगी। एसडीएम रेवाड़ी सिद्धार्थ दहिया, एसडीएम बावल संजीव कुमार व सीटीएम देवेंद्र शर्मा सहित अन्य सम्बंधित अधिकारियों ने मंगलवार को यूक्रेन व उसके साथ लगते देशों में मौजूद 25 बच्चों से बातचीत करते हुए उनका कुशलक्षेम जाना।
अधिकारी पहुंचे अभिभावकों के पास
एसडीएम रेवाड़ी सिद्धार्थ दहिया ने यूक्रेन में पढ़ने गई बेटी महिमा कौशिक व प्रभलीन कौर के घर पहुंचकर उनके अभिभावकों से बातचीत की। एसडीएम ने महिमा कौशिक व प्रभलीन कौर से फोन पर बातचीत करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि केंद्र व प्रदेश सरकार उन्हें सुरक्षित स्वदेश लाने में अपना दायित्व सजगता से निभा रही है। उन्होंने कहा कि वे धैर्य बनाये रखें और विदेश मंत्रालय के निर्धारित नियमों के तहत ऑपरेशन गंगा में अपनाई जा रही प्रक्रिया में भागीदार बनें। वहीं सीटीएम देवेंद्र शर्मा ने भी यूक्रेन में मौजूद छात्र आशुतोष यादव, कोमल यादव गांव चानदावास व अन्य से फोन पर कुशलक्षेम जाना और अभिभावकों को भी सरकार के कदमों से अवगत कराया।
प्रशासन की ओर से सभी अधिकारियों ने अभिभावकों से मुलाकात के दौरान उन्हें भारत सरकार व हरियाणा सरकार के महत्वपूर्ण नंबर्स व जिन देशों से छात्रों की वापसी की जा रही है उन देशों में भारतीय दूतावासों के नंबर्स की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। यूक्रेन में बढ़ते तनाव को लेकर वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की अफवाह या भ्रामक खबरों पर स्थानीय नागरिक ध्यान न दें।