दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे भारत का सबसे लम्बा एक्सप्रेसवे है जिसकी लम्बाई लगभग 1380 किलोमीटर है.जो लगभग बनकर 2023 तक तैयार हो जायेगा.वही इस राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्य शुरू करने के लिए प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.इसके साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी के लिए काम जल्द शुरू होगा. पिछले दिनों शासन में हुई बैठक में सड़क व इंटरचेंज के लिए जमीन अधिग्रहण पर आने वाली लागत को वहन करने पर चर्चा हुई. NHAI दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से यमुना एक्सप्रेसवे तक सड़क निर्माण के साथ ही चार लूप के इंटरचेंज व एक्सप्रेस वे से एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार तक सड़क निर्माण भी करेगा.
राष्ट्रिय राजमार्ग प्राधिकरण बल्लभगढ़ में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से नोएडा एयरपोर्ट तक 6 लेन वाली सड़क बनाएगी । इस सड़क के जरिए फरीदाबाद ,बल्लभगढ़ के साथ दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर आने- जाने वाले आसानी से नोएडा एयरपोर्ट तक आ सकेंगे. इस सड़क के बनाने से इंदिरा गाँधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली से भी नोएडा एयरपोर्ट जुड़ जाएगा. करीब 31 किलोमीटर लंबी सड़क का 8 किलोमीटर हिस्सा उत्तर प्रदेश में है. इस सड़क के निर्माण एवं इसकी लागत में जो भी खर्चा आएगा उसको NHAI उठाएगा. सड़क के लिए 67 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी उसके लिए अधिसूचना जारी हो चुकी हैं. यह सड़क यमुना एक्सप्रेसवे के 32 किलोमीटर प्वॉइंट पर इंटरचेंज से जुड़ेगी.
नई सड़क से उत्तर प्रदेश में हरियाणा के बीच दूरी कम होगी अभी तक फरीदाबाद जाने के लिए दो रास्ते ईस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेसवे और दिल्ली होकर है .जब ये नई सड़क बन जाएगी तब फरीदाबाद के लिए एक और विकल्प मिल जायेगा.यह सड़क 6 लेन की बनेगी. FNG व ग्रेटर नोएडा मंझावली के बीच यमुना पर पुल निर्माण हो रहा है. इंटरचेंज के निर्माण के लिए 19 हेक्टेयर जमीन की जरुरत होगी. इंटरचेंज से नोएडा एयरपोर्ट तक 750 मीटर लंबी एलिवेटेड सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी भी NHAI को सौंपी गई हैं.