सिस्टम के खिलाफ शिक्षक जितेन्द्र पांच दिन से भूख हड़ताल पर ,
जितेंद्र यादव खेड़ा मुरार गांव के मिडल स्कूल में है अंग्रेजी शिक्षक ,
रेवाड़ी में एक शिक्षक सिस्टम के खिलाफ 5 दिनों से लगातार भूख हड़ताल पर बैठा और मांग कर रहा है की डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम से मिलने वाले राष्ट्रिय शिक्षक पुरस्कार को सही शिक्षकों को दिया जायें ..और ईमानदार शिक्षक को शिक्षा विभाग के अधिकारी पड़ताड़ित ना करें.
गाँव खेड़ा मुरार के राजकीय माध्यमिक विद्यालय के अंग्रेजी के शिक्षक जितेन्द्र यादव गाँव के ही मंदिर में पिछले 5 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठकर शिक्षा विभाग के अधिकारीयों को आईना दिखा रहे है कि किस कदर अच्छा काम करने वाले शिक्षक को पड़ताड़ित किया जाता है. शिक्षक जितेन्द्र यादव का कहना है की 12 वर्ष से शिक्षा विभाग के अधिकारी और बाबू उन्हें पड़ताड़ित कर रहे है . लेकिन अब हद हो गई तब उन्होंने सिस्टम को बदलने के लिए भूख हड़ताल शुरू की है .. आज शिक्षक दिवस है और बेस्ट शिक्षकों को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक सम्मान दिया जाता है ..शिक्षक जितेन्द्र यादव का कहना है की राष्ट्रिय शिक्षक पुरस्कार असल हक़दारों का ना मिलकर चापलूस शिक्षकों को दिया जाता है . इसलिए इस व्यवस्था को बदलने के लिए उन्होंने ये रास्ता अपनाया है .
भूख हड़ताल पर बैठे जितेन्द्र यादव के काम की प्रसंशा गाँव के ग्रामीण भी कर रहे है ..यही वजह कि शिक्षक के समर्थन में गाँव के लोग भी आया गए है ..आपको बता दें की अधिंकाश सरकारी शिक्षकों के बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ते है लेकिन जितेन्द्र यादव अपने बच्चों को भी सरकारी स्कूल में ही पढ़ाकर एक अच्छा शिक्षक होने का फर्ज अदा कर रहे है . ताकि अभिभावक भी प्रेणना ले और अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाये . लेकीन शिक्षा विभाग को शायद से मंजूर नहीं है इसलिए शिक्षा विभाग के अधिकारीयों ने जितेन्द्र यादव की एसीआर ख़राब की हुई है .. जितेन्द्र यादव का कहना है की शिक्षक को सम्मान दिए जानने के साथ-साथ उन्हें पड़ताड़ित करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाइ की जाएँ .
भूख हड़ताल पर बैठे शिक्षक को लगातार विभाग के अधिकारी और एसडीएम समझाने का प्रयास कर रहे है …आज भी एसडीएम और जिला मौलिक शिक्षक अधिकारी और अध्यापकों की यूनियनों के प्रधान ने जितेन्द्र को समझाने का प्रयास किया लेकिन वो जितेन्द्र अपनी जिद्द पर अड़े है . जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सूरजभान का कहना है की उन्होंने अभी जिले में ज्वाइन किया है. धरने पर बैठे शिक्षक का रिकॉर्ड देखकर जो शिकायतें पूरी करने की होगी वो की जायेगी . और जो समस्या उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है उसके लिए उच्च अधिकारियों को लिखा जायेगा .
जितेन्द्र यादव के समर्थन में अध्यापकों की दो यूनियन भी आ गई है ..दोनों यूनियन के प्रधानों ने भी जितेन्द्र यादव को भूख हड़ताल ख़त्म करके आगे लड़ाई जारी रखने की बात कहीं ..लेकिन जितेन्द्र मानने तैयार नहीं है . हरियाणा अध्यापक संघ के प्रधान महाबीर यादव का कहना है की शिक्षक जितेन्द्र यादव की शिकायत जायजा है . और आगे से जब भी किसी पुरस्कार के लिए किसी शिक्षक का चयन होगा तो उसमें शिक्षक यूनियन का पदाधिकारी शामिल होगा . ताकि चापलूसों को बेस्ट टीचर सम्मान ना मिलकर असल हकदारों को मिलें . वहीँ हरियाणा मास्टर वर्ग के जिला प्रधान रमेश यादव का कहना है की वो धरने पर बैठे शिक्षक की मांगों का समर्थन करते है और जिले और हरियाणा स्तर पर धरना प्रदर्शन को तैयार है .