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विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को एकता के सूत्र में बांधने वाला है हमारा संविधान

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विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को एकता के सूत्र में बांधने वाला है हमारा संविधान

रेवाड़ी, 26 नवंबर। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संविधान की उद्देश्यिका में उल्लेखित संकल्पों, मर्यादाओं और मान्यताओं के प्रति हम हमेशा निष्टïावान रहें तथा संविधान निर्माताओं की अपेक्षा पर खरा उतरें। उन्होंनें कहा कि संविधान निर्माताओं ने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

डीसी ने बताया कि देश आज अपना संविधान दिवस मना रहा है। 26 नवंबर 1949 को आज ही के दिन संविधान सभा ने औपचारिक रूप से भारत के संविधान को अपनाया था, जिसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया। 19 नवंबर 2015 को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने के निर्णय लिया था।  उपायुक्त ने संविधान दिवस के अवसर पर युवा पीढ़ी को देश को सच्चे नागरिक के रूप में संवैधानिक मूल्यों को अनुसरण करने का आह्वान भी किया।

विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को एकता के सूत्र में बांधने वाला है हमारा संविधान
उपमंडल अधिकारी ना. रेवाडी रविन्द्र यादव ने कहा कि संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को एकता के सूत्र में बांधने वाला हमारा संविधान विस्तृत, विराट और अपने आप में अनोखा है। एसडीएम रविन्द्र यादव ने आज लघु सचिवालय सभागार में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान के महत्व का अनुमान हम इस बात से भी लगा सकते हैं कि देश के सर्वोच्च पद, चाहे विधायिका में हो, कार्यपालिका में अथवा न्यायपालिका में सभी संविधान की ओर से प्रदत्त शक्तियों एवं दायित्वों के अनुसार ही कार्य करते हैं। रविन्द्र यादव ने संविधान दिवस के अवसर पर युवा पीढ़ी को देश को सच्चे नागरिक के रूप में संवैधानिक मूल्यों को अनुसरण करने का आह्वान किया।