क्राइम ब्रांच ने दिल्ली से सटे बदरपुर बॉर्डर पर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गए आरोपियों ने 100 से ज्यादा लोगों के साथ साइबर ठगी की है. क्राइम ब्रांच ने धीरज नगर के रहने वाले दीपक झा और दीक्षा सराय को एनएचपीसी मेट्रो स्टेशन से पकड़ा है. दोनों स्कॉर्पियो कार में बैठकर किसी से साइबर ठगी कर रहे थे. बताया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर के भी कई लोग इसमें शामिल हैं.
पुलिस पूछताछ द्वारा दोनों से पूछताछ की गई जिसमे उन्होंने बताया कि वे लोगों को लॉटरी लगने का झांसा देते थे. जिससे बाद लोगों से किसी न किसी बहाने से बातों में उलझा कर उनसे विभिन्न खातों में पैसे डलवा लेते थे. क्राइम ब्रांच ने संबंधित पुलिस को सूचना दे दी है.
स्कॉर्पियो कार बनी कॉल सेंटर
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पुलिस से बचने के लिए स्कॉर्पियो कार को कॉल सेंटर बनाया हुआ था. उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई हुई थी. पहले युवती लोगों को कॉल करके लॉटरी लगने का झांसा देती थी. फिर उसके बाद वह अपने साथ कार में बैठे एक युवक को सीनियर बताकर लोगों की उससे बात करवाती थी. ये आरोपी चलती कार में ठगी करते थे, इसलिए पुलिस भी उनकी लोकेशन को ट्रेस नहीं कर पाती थी..
चार मोबाइल और कई सिम बरामद
क्राइम ब्रांच बदरपुर बार्डर प्रभारी सेठी मलिक ने बताया कि उनकी टीम एनएचपीसी मेट्रो स्टेशन के समीप में रविवार को क्राइम पड़ताल पर थी. इसी बीच सूचना मिली कि डीएलएफ एरिया में स्कॉर्पियो कार में एक लड़का व एक लड़की फर्जी नंबर प्लेट लगाकर बैंक कर्मचारी बनकर लोगों को लॉटरी का झांसा देकर साइबर ठगी कर रहे हैं.
जिसके बाद उन्होंने कई पुलिसकर्मी की टीम तैयार की. टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों को कार समेत धर दबोचा, इसके साथ ही पुलिस ने उनके दो साथियों को भी अरेस्ट किया. आरोपियों के पास से चार मोबाइल, कई सिम और एक पेन ड्राइव बरामद की गई हैं।
कोरोना काल में गई नौकरी
पकड़ा गया आरोपी दीपक झा पहले कॉल सेंटर में नौकरी करता था. लेकिन कोरोना काल में उसकी नौकरी छूट गई. इसके बाद उसने मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोल ली. लेकिन धंधा न चलने के कारण उसने साइबर ठगी का यह काम शुरू कर दिया.