गांवों में ओडीएफ. प्लस के स्थायित्व को सुनिश्चित करने एवं गांवों की गलियों में गंदे पानी की समस्या का निपटान सुनिश्चित करने व लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से 100 दिन का स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान चलाया जा रहा है।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार के निर्देशानुसार जिला रेवाड़ी के सभी गांवो में भी सुजलाम अभियान चलाया जा रहा है, जो 100 दिन चलेगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत गांवों में गन्दे पानी का प्रबंधन के लिए अधिक से अधिक सोखता गढ्ढे बनवाने बारे ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है ताकि गलियों में गन्दा पानी एकत्रित ना हो तथा भूजल को रिर्चाज भी किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जिन गांवों में सोखता गढ्ढे बनवाए गए हैं उन गांवों में कहीं भी गन्दा पानी एकत्रित नहीं होगा। इससे ग्रामीणों को गलियों में आने-जाने में परेशानी नहीं होगी तथा गंदे पानी से होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। इसके अलावा उस पानी से भूजल रिर्चाज करने में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि लोग सोखता गढ्ढे मनरेगा से बनवा सकते हैं ताकि गांवों में गंदे पानी से छुटकारा पा सके।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला में ओडीएफ स्थिति को स्थायी रखने एवं खुले में शौच प्रथा के प्रति व्यवहार परिवर्तन को विशेष महत्व दिया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के द्वितीय फेज के अन्तर्गत सोकपिटों के निर्माण को प्रोत्साहन एवं प्राथमिकता दी जा रही है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गन्दे पानी का सुरक्षित निस्तारण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान जिला, खंड व ग्राम स्तर पर सरकार के दिशा-निर्देशनुसार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि सभी ग्रामीण इस 100 दिन के स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान में अपना सहयोग दें और गांवों में अधिक से अधिक सोखता गढ्ढे बनवाएं।